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पानी से उठी बगावत की लहर! PPP बोली- नहर विवाद नहीं सुलझा तो खत्म कर देंगे गठबंधन; क्या गिर जाएगी शाहबाज सरकार?

सिंध और पंजाब के बीच पानी के बंटवारे को लेकर पाकिस्तान में गंभीर संकट खड़ा हो गया है. सिंध के ऊर्जा मंत्री नासिर शाह ने चेतावनी दी है कि यदि 2 मई को होने वाली कॉमन इंटरेस्ट्स काउंसिल (CCI) बैठक में नहर विवाद का समाधान नहीं हुआ, तो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) संघीय सरकार से समर्थन वापस ले लेगी. विरोध के चलते सिंध और पंजाब के हाईवे जाम हो चुके हैं.

पानी से उठी बगावत की लहर! PPP बोली- नहर विवाद नहीं सुलझा तो खत्म कर देंगे गठबंधन; क्या गिर जाएगी शाहबाज सरकार?
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Updated on: 28 April 2025 2:02 PM IST

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता और सिंध के ऊर्जा मंत्री नासिर शाह ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी कॉमन इंटरेस्ट्स काउंसिल (CCI) की बैठक में सिंध के नहर विवाद का समाधान नहीं हुआ, तो उनकी पार्टी संघीय सरकार से अलग हो सकती है. यह विवाद सिंध और पंजाब के बीच पानी के वितरण को लेकर है, जहां पंजाब ने सिंधु नदी पर नहरों का निर्माण प्रस्तावित किया है, जो सिंध के लिए गंभीर चिंता का विषय है.

नासिर शाह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नहर का मुद्दा सिंध के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है और यह पूरे प्रांत के लोगों को एकजुट करने का कारण बना है. उनका कहना था, "हमारे लिए यह मुद्दा किसी भी कीमत पर हल होना चाहिए, क्योंकि यह सिंध के अस्तित्व से जुड़ा हुआ है." साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने भी इस मुद्दे पर PPP का समर्थन किया है और दोनों दल एकमत हैं.

PPP सरकार से तोड़ लेगी गठबंधन?

यह विवाद इतना संवेदनशील है कि नासिर शाह ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य प्रमुख नेताओं से उम्मीद जताई कि वे इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द करेंगे. उनका मानना है कि अगर यह विवाद अनसुलझा रहा, तो PPP को सरकार से बाहर जाना पड़ेगा और इससे संघीय सरकार के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराएगा. उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि अगर PPP ने सरकार का साथ छोड़ा, तो संघीय सरकार बच नहीं पाएगी."

2 मई को होगी CCI की बैठक

पाकिस्तान सरकार ने इस विवाद का हल निकालने के लिए 2 मई को CCI की बैठक बुलायी है, जहां इस विवाद पर चर्चा की जाएगी. इस बैठक से पहले, PPP के नेता नासिर शाह ने MQM-P से यह अनुरोध किया कि वे आगामी सीनेट उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों को वापस ले लें ताकि यह मामला राजनीतिक रूप से सहजता से सुलझ सके. इस बैठक के बाद ही पता चलेगा कि इस विवाद का समाधान कैसे निकाला जाता है.

लोग कर रहे विरोध

सिंध के लोग इस नहर परियोजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और कई वकील और सामाजिक कार्यकर्ता इस परियोजना के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं. इससे सिंध और पंजाब के बीच की प्रमुख सड़कों पर भारी जाम लग गया है और लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. यह प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि सिंध के लोग इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहते हैं.

क्या निकलेगा समाधान?

यह संकट पाकिस्तान के लिए एक राजनीतिक और सामाजिक चुनौती बन चुका है. सिंध के साथ-साथ, पंजाब के किसान भी इस परियोजना से लाभान्वित होना चाहते हैं, जिससे यह विवाद केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण बन गया है. अब यह देखना होगा कि इस जटिल मामले में क्या समाधान निकलता है और क्या दोनों पक्षों के बीच एक समझौता संभव हो पाता है.

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