भबेश चंद्र रॉय कौन थे, जिनकी हत्या से बांग्लादेशी हिंदुओं में उबाल? भारत ने लताड़ा, अमेरिका ने यात्रा पर चेताया, पत्नि ने सुनाई आपबीती
Bhabesh Chandra Roy Murder: भाबेश चंद्र रॉय की हत्याकांड में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनकी पत्नी शांतना ने बताया कि उनके पति को शाम 4:30 बजे एक फोन आया था, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि अपराधियों ने उनके घर पर मौजूद होने की पुष्टि करने के लिए ऐसा किया था. उनका शव बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले से बरामद किया गया.

Bhabesh Chandra Roy Murder: बांग्लादेश में एक हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय के किडनैपिंग और हत्या के बाद भारत ने बांग्लादेश को कड़ी फटकार लगाई है. भारत ने इस हत्याकांड को लेकर बांग्लादेश के आंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद युनूस को खड़ी खोटी सुनाई है और कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेशी अंतरिम सरकार पर अपने अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा करने में असफल साबित हो रही है.
MEA के स्पोकपर्सन ने कहा, 'हमने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को बहुत दुःख के साथ देखा है. यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी दंड से बचकर घूमते हैं. हम इस घटना की निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को याद दिलाते हैं कि वह बिना किसी बहाने या भेदभाव के हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की अपनी जिम्मेदारी को पूरा करे.'
कौन हैं भबेश चंद्र रॉय?
58 वर्षीय भबेश चंद्र रॉय बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष और क्षेत्र में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता थे. वह बांग्लादेश में मुखरता से हिंदुओं की आवाज उठाते रहे हैं. क्षेत्र में उनकी पहचान हिंदू नेता की तरह थी, जो अत्याचार पर आवाज उठाते थे.
पत्नि ने सुनाई आपबीती
उनकी पत्नी शांतना ने द डेली स्टार को बताया कि रॉय को शाम करीब 4:30 बजे एक फोन आया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि अपराधियों ने यह कॉल उनके घर पर होने की पुष्टि करने के लिए किया था.
फोन करने के लगभग 30 मिनट बाद, दो मोटरसाइकिलों पर चार लोग आए और भबेश को घर से से अगवा कर लिया. जब परिवार के सदस्य भबेश चंद्र रॉय को अस्पताल ले गए तो वह बेहोश थे. बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
अमेरिका ने की अपने नागरिकों को बांग्लादेश न जाने की अपील
अमेरिका ने शनिवार को बांग्लादेश यात्रा को लेकर अपने नागरिकों के लिए एक नया बयान जारी किया है. इसमें बांग्लादेश की अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की गई है. ये अपील हिंसा, आतंकवाद और अपहरण के बढ़ते खतरों के कारण की गई है. अपील में विशेष रूप से खगराचारी, रंगमती और बंदरबन जिलों को खतरे वाले क्षेत्रों के रूप में नामित किया गया है. यह अपील भबेश चंद्र के अपहरण और हत्या के तुरंत बाद जारी किया गया.