Begin typing your search...

नेपाल में फिर भड़की हिंसा, जेल तोड़कर भाग रहे कैदी पर सेना की फायरिंग, 2 की मौत; बिहार-यूपी बॉर्डर पर क्यों बढ़ी चिंता?

नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के बीच हिंसा बढ़ती जा रही है. रामेछाप जिले में जेल तोड़कर भागने की कोशिश कर रहे कैदियों पर सेना ने गोली चला दी, जिसमें 2 की मौत और 10 घायल हो गए. यह नेपाल में सेना के नियंत्रण के बाद पहली गोलीबारी की घटना है. वहीं काठमांडू जेल ब्रेक में भागे एक बांग्लादेशी कैदी को बिहार-नेपाल सीमा पर SSB ने पकड़ लिया है. लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नेपाल के विभिन्न जिलों से 15,000 से अधिक कैदियों के फरार होने की खबर सामने आई है.

नेपाल में फिर भड़की हिंसा, जेल तोड़कर भाग रहे कैदी पर सेना की फायरिंग, 2 की मौत; बिहार-यूपी बॉर्डर पर क्यों बढ़ी चिंता?
X
( Image Source:  ANI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 11 Sept 2025 9:54 AM IST

नेपाल एक बार फिर हिंसा की चपेट में है. राजनीतिक अस्थिरता और अराजकता के माहौल के बीच कैदियों ने जेल से भागने की कोशिश की, लेकिन उनकी योजना नाकाम हो गई. सेना ने फायरिंग कर दी, जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. यह घटना नेपाल के रामेछाप जिले में हुई, जिसने पूरे देश को हिला दिया.

यह गोलीबारी इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि हाल ही में नेपाल में सेना को नियंत्रण सौंपा गया था. कैदियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई इस झड़प ने एक बार फिर नेपाल की कानून-व्यवस्था और राजनीतिक संकट पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

जेल ब्रेक के दौरान सेना की गोलीबारी

रामेछाप में कैदी जेल तोड़कर भागने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान सेना ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन जब हालात बिगड़ गए तो सैनिकों ने गोली चला दी. इसमें दो कैदियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. नेपाल में सेना के नियंत्रण में आने के बाद गोलीबारी की यह पहली बड़ी घटना है.

काठमांडू जेल से फरार बांग्लादेशी कैदी पकड़ा गया

इससे पहले काठमांडू जेल ब्रेक से भागे एक बांग्लादेशी कैदी को बिहार-नेपाल सीमा पर पकड़ लिया गया. यह कैदी सोने की तस्करी के आरोप में पांच साल से नेपाल की जेल में बंद था. रक्सौल में SSB की 47वीं बटालियन ने संदिग्ध गतिविधि के आधार पर उसे हिरासत में लिया. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह जेल से भागकर यहां पहुंचा है.

नेपाल में कैदियों के बड़े पैमाने पर फरार होने की घटनाएं

नेपाल में हालिया राजनीतिक संकट और ओली सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के बीच कैदियों के भागने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले तीन दिनों में लगभग 15,000 कैदी विभिन्न जेलों से फरार हो चुके हैं. यह स्थिति नेपाल के लिए न केवल कानून-व्यवस्था की चुनौती है बल्कि सीमा पार भारत के लिए भी सुरक्षा चिंता का कारण बन गई है.

भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट

नेपाल की स्थिति को देखते हुए भारतीय सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है. खासकर बिहार-नेपाल सीमा के रक्सौल इलाके में SSB ने गश्त तेज कर दी है. सुरक्षा एजेंसियां लगातार निगरानी कर रही हैं ताकि नेपाल से भागे कोई कैदी भारतीय सीमा में घुसपैठ न कर सके. फिलहाल नेपाल सरकार और सेना के लिए यह स्थिति किसी बड़े संकट से कम नहीं है.

बिहार-यूपी बॉर्डर पर क्यों बढ़ी चिंता?

  • सीमा के पास कैदियों का फरार होना: रामेछाप और काठमांडू जेल ब्रेक की घटनाओं के बाद कई कैदी नेपाल से भागकर सीमावर्ती इलाकों की ओर बढ़ सकते हैं. बिहार और यूपी के कई जिले नेपाल से लगे हुए हैं, जैसे कि मधुबनी, सहरसा, सुपौल, सीतामढ़ी, गोपालगंज, सीवान और गोरखपुर, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.
  • SSB और पुलिस अलर्ट: SSB की 47वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस को सतर्क कर दिया गया है. हाल ही में बांग्लादेशी कैदी महमद अबुल हसन ढली को रक्सौल सीमा पर हिरासत में लिया गया. इससे साफ हो गया कि सीमावर्ती इलाकों में नेपाल की जेलों से फरार कैदियों की संभावना गंभीर है.
  • अपराध और शरणार्थी जोखिम: कैदी भागते समय चोरी, लूट और हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. इसके अलावा, अस्थिरता के कारण आवासीय और व्यापारी क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं. इससे बिहार और यूपी की law & order स्थिति पर दबाव बढ़ सकता है.
  • राजनीतिक और सामाजिक तनाव: नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के बीच बाउंड्री इलाके पर तनाव बढ़ता है. स्थानीय लोग डर के कारण सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और रोज़गार संबंधी परेशानियों का सामना कर सकते हैं.
  • रणनीति और सुरक्षा उपाय: सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है, गश्त लगातार चल रही है, और संदिग्धों की पहचान के लिए CCTV, ड्रोन और एनकाउंटर टीम्स तैयार हैं. सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस खतरे से निपटने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं.
नेपाल
अगला लेख