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वीजा देने के लिए आपकी प्राइवेसी क्‍यों खत्‍म करना चाहता है अमेरिका? क्‍या करें क्‍या न करें

अमेरिका जाने की चाह रखने वाले भारतीय स्टूडेंट्स और रिसर्च स्कॉलर्स के लिए बड़ी खबर है. यूएस एंबेसी ने एफ (F), एम (M) और जे (J) नॉन-इमिग्रेंट वीजा के लिए आवेदन करने वालों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग 'पब्लिक' करने का आदेश दिया है. ये नया नियम तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, यह बदलाव अमेरिका की वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और सख्त बनाने और पहचान की पुष्टि के लिए ज़रूरी है.

वीजा देने के लिए आपकी प्राइवेसी क्‍यों खत्‍म करना चाहता है अमेरिका? क्‍या करें क्‍या न करें
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( Image Source:  META AI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 3 Dec 2025 3:12 PM IST

अगर आप अमेरिका में पढ़ाई, वोकेशनल ट्रेनिंग या रिसर्च जैसे एक्सचेंज प्रोग्राम्स में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे हैं, तो अब सिर्फ आपकी मार्कशीट, आईईएलटीएस स्कोर या बैंक स्टेटमेंट ही काफी नहीं होंगे, अब आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल भी वीजा प्रक्रिया का अहम हिस्सा बन चुकी है. अमेरिका ने भारतीय छात्रों और एक्सचेंज विजिटर्स के लिए एफ (F), एम (M) और जे (J) वीजा कैटेगरी में एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत सभी आवेदकों को अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को ‘पब्लिक’ करना जरूरी होगा.

अमेरिकी दूतावास का कहना है कि यह कदम वीजा स्क्रीनिंग को आसान बनाने और व्यक्ति की पहचान व पात्रता की पुष्टि के लिए जरूरी है. यानी अब आपकी ऑनलाइन मौजूदगी भी आपके वीजा के भविष्य का फैसला करेगी. अमेरिका जाना है, तो डिजिटल छवि भी साफ और पारदर्शी रखनी होगी.

अगर आप अमेरिका में पढ़ाई करने या किसी एक्सचेंज प्रोग्राम में हिस्सा लेने का सपना देख रहे हैं, तो अब सिर्फ मार्कशीट या स्कॉलरशिप ही नहीं, आपका फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर भी अमेरिका के अधिकारियों को दिखाना होगा और वो भी पब्लिक मोड में!

यूएस एंबेसी ने भारत में जारी की नई गाइडलाइन

अमेरिकी दूतावास ने सोमवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब से एफ (F), एम (M) और जे (J) कैटेगरी के नॉन-इमिग्रेंट वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी लोगों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को 'पब्लिक' करना होगा. यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू किया गया है.

दूतावास का बयान

"Effective immediately…" से शुरू हुए अमेरिकी दूतावास के आधिकारिक पोस्ट में लिखा गया, "F, M, या J वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी व्यक्तियों से अनुरोध किया जाता है कि वे अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स को 'Public' में बदलें ताकि उनकी पहचान और अमेरिका में प्रवेश के लिए पात्रता की पुष्टि आसानी से की जा सके."

किन वीजा पर लागू है ये नया नियम?

  • F वीजा: अकादमिक स्टूडेंट्स के लिए
  • M वीजा: वोकेशनल या नॉन-अकादमिक स्टडीज के लिए
  • J वीजा: एक्सचेंज प्रोग्राम के प्रतिभागियों (जैसे रिसर्चर, स्कॉलर, इंटर्न) के लिए

क्या बदलेगा अब?

अब तक वीजा अप्लिकेशन में सोशल मीडिया हैंडल भरने का नियम था, लेकिन अब अधिकारियों को आपके सोशल मीडिया कंटेंट तक बिना रुकावट पहुंच चाहिए. इससे वे आपके व्यक्तित्व, नेटवर्क और ऑनलाइन बिहेवियर का आकलन कर सकेंगे.

कितनी देर तक रखना होगा प्रोफाइल पब्लिक?

इस बारे में यूएस अधिकारियों ने कोई साफ़ समय सीमा नहीं बताई है, लेकिन वीजा प्रोसेस खत्म होने तक अकाउंट्स को पब्लिक रखना सुरक्षित माना जा रहा है.

इस कदम का मकसद क्या है?

अमेरिका में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के मद्देनज़र, वीजा वेटिंग प्रक्रिया को ज्यादा ट्रांसपेरेंट और स्ट्रिक्ट बनाया जा रहा है. सोशल मीडिया प्रोफाइल्स अब आपकी 'डिजिटल बॉडी लैंग्वेज' बन चुके हैं और उन्हीं से तय होगा कि आप अमेरिका में वेलकम हैं या नहीं.

तो क्या करें आवेदक?

  • अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की सेटिंग्स चेक करें
  • प्राइवेसी मोड को 'Public' पर सेट करें
  • आपत्तिजनक या विवादास्पद कंटेंट हटा दें
  • आवेदन से पहले पूरी ऑनलाइन मौजूदगी को क्लीन और ट्रांसपेरेंट बनाएं

अब सिर्फ डिग्री और आईईएलटीएस स्कोर ही नहीं, आपके इंस्टाग्राम पोस्ट और ट्विटर थ्रेड्स भी वीजा इंटरव्यू का हिस्सा हैं. अगर आप अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो डिजिटल दुनिया में भी सावधानी से कदम रखें क्योंकि अब सोशल मीडिया ही आपकी पहली इमिग्रेशन इंटरव्यू है!

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