क्या सच में अमेरिका पाकिस्तान से चोरी-चोरी लगा रहा 'दिल'? अगर हां तो जान लीजिए भारत के लिए कितना खतरनाक
America- Pakistan: पाकिस्कान के सेना अधिकारी लगातार अमेरिका का दौरा कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच दोस्ती बढ़ती जा रही है. पाक प्रमुखों से ये मुलाकात का असर भारत पर भी देखने को मिल सकता है. ये यात्रा अमेरिका की बदलती प्राथमिकता और पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग को फिर दिखाती है.

America- Pakistan: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इन दिनों पाकिस्तान के साथ ज्यादा हमदर्दी दिखाते नजर आ रहे हैं. दोनों देशों के बीच दोस्ती बढ़ती जा रही है. हाल ही में पाक वायुसेना प्रमुख मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्दू ने अमेरिका का दौरा किया. वह पेंटागन, स्टेट डिपार्टमेंट और कैपिटल हिल में अहम बैठकों में शामिल हुए. इस दौरान रक्षा से लेकर व्यापार के मुद्दों पर बातचीत हुई.
अमेरिका और पाकिस्तान की नजदीकियां बढ़ती ही जा रही हैं. इससे पहले पाक सेना चीफ फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ लंच पर नजर आए थे. पाक प्रमुखों से ये मुलाकात का असर भारत पर भी देखने को मिल सकता है. क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बिल्कुल खिलाफ है ऐसे में अमेरिका के इस रुख पर भारत नजर बनाए हुए है.
क्या है यात्रा का उद्देश्य?
बीते कुछ सालों में अमेरिका हर मंच और मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा रहा. यानी अमेरिका के फैसले हो या रणनीतियां उसका झुकाव भारत की ओर ज्यादा रहा. अमेरिका दुनिया के बाजारों में चीन का प्रभाव कम करना चाहता है इसलिए भारत का साथ देता है.
भारत तेजी से बढ़ता हुए देश है, जो चीन से भी आगे निकल सकता है. बता दें कि पाकिस्तानी वायुसेना चीफ की ये यूएस यात्रा क्वाड देशों की मीटिंग से पहले पहले होना किसी बड़े समझौते का इशारा है. भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की वार्शिंगटन जाने वाले हैं उससे पहले पाक नेता का पहुंचना बड़ा संकेत है. एक अधिकारी का कहना है कि ये यात्रा अमेरिका की बदलती प्राथमिकता और पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग को फिर दिखाती है.
भारत पर क्या होगा असर?
भारत पाकिस्तान की नापाक हरकत की वजह से उसका रणनीतिक तौर पर विरोध करता है. ऐसे में अमेरिका का पाकिस्तान को मौका देना भारत की कूटनीतिक के लिए चुनौती है. वहीं कुछ का मानना है कि अमेरिका का ये कदम क्वाड देशों की एकजुटता में शांति और संतुलन बनाए रखना है. हालांकि इससे भारती की इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अहम भूमिका पर असर देखने को मिल सकता है. अब देखना यह होगा कि अमेरिका और पाकिस्तान की दोस्ती भारत और अमेरिका के संबंध पर क्या असर डालती है.