'हमें लगता है कि हम एक अच्छा समझौता...', चीन पर नरम क्यों पड़े ट्रंप के तेवर? 245 फीसदी टैरिफ पर बौखलाया है 'ड्रैगन'
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर तनातनी देखने को मिल रही है. अमेरिका ने चीन पर 245 फीसदी टैरिफ लगा दिया है. इसे चीन बौखलाया हुआ है. हालांकि, अब डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर नरम रुख अख्तियार किया है. उन्होंने कहा कि हम चीन के साथ बहुत अच्छा सौदा करेंगे. यह बात उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के सामने कही.

US China Tarrif War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चीन के साथ व्यापारिक संबंधों में नरमी के संकेत दिए हैं. व्हाइट हाउस में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि हम चीन के साथ बहुत अच्छा समझौता करने जा रहे हैं."
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में चीन से आयातित वस्तुओं पर 245% तक के टैरिफ लगाए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है. इसके जवाब में, चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर 125% तक के टैरिफ लगाए और विश्व व्यापार संगठन में शिकायत दर्ज की है.
कुछ देशों को टैरिफ से मिल सकती है छूट
ट्रंप ने यह भी बताया कि 75 से अधिक देशों ने अमेरिका के साथ नए व्यापार समझौतों पर चर्चा शुरू की है. हालांकि, चीन के साथ वार्ता की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है. इस बीच, ट्रंप ने संकेत दिया है कि कुछ देशों को 10% के आधारभूत टैरिफ से छूट दी जा सकती है, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये छूट किन देशों को मिलेंगी.
ट्रंप के इन बयानों से संकेत मिलता है कि वे चीन के साथ व्यापारिक संबंधों में सुधार की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं, हालांकि टैरिफ और व्यापारिक नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.
'चीन पर दबाव बनाना जरूरी है'
दरअसल, ट्रंप का कहना है कि चीन पर दबाव बनाना ज़रूरी है ताकि अमेरिका को लंबे समय से हो रहे ट्रेड घाटे को खत्म किया जा सके. उन्होंने कहा, “हमारे देश को अरबों डॉलर का घाटा हुआ है, अब अमेरिका 'डील मेकर' की भूमिका निभाएगा.”
शेयर बाजारों में टैरिफ वार की वजह से मची हलचल
इस बीच दुनिया भर के शेयर बाजारों में इस टैरिफ युद्ध की वजह से हलचल मची हुई है. निवेशकों में डर है कि अगर ये युद्ध लंबा चला, तो ग्लोबल इकोनॉमी को नुकसान हो सकता है. हालांकि ट्रंप ने यह भी संकेत दिए कि कुछ देशों को टैरिफ छूट दी जा सकती है, बशर्ते वे अमेरिका के साथ 'फेयर ट्रेड' के लिए तैयार हों. उन्होंने चीन को लेकर भी नरमी दिखाते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि चीन इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और हम मिलकर आगे बढ़ेंगे.