फोन में रखते हैं न्यूड तस्वीरें तो भूल जाइए अमेरिका जाना, इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए आई ट्रंप की नई पॉलिसी
हालांकि यह तलाशी हर यात्री पर लागू नहीं होती, लेकिन कई मामलों में लोगों को उनकी डिजिटल जानकारी के आधार पर हिरासत में लिया गया है या उन्हें देश में घुसने से मना कर दिया गया है.

अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे इंटरनेशनल यात्रियों के लिए अब और ज्यादा सावधानी बरतना जरूरी हो गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जारी किए गए एक नए कार्यकारी आदेश के चलते सीमा सुरक्षा एजेंट (CBP अधिकारी) अब हवाई अड्डों पर यात्रियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया खातों की बिना वारंट जांच कर सकते हैं. इस आदेश का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और आव्रजन नियमों को और कड़ा बनाना है.
अब अमेरिका में एंटर करते समय आपकी डिवाइस की गहराई से तलाशी ली जा सकती है. जिसमें आपके फोन के मैसेज, सोशल मीडिया की एक्टिविटी, फोटो, ईमेल और यहां तक कि ब्राउज़र हिस्ट्री तक शामिल है. इसका मतलब है कि आपके पर्सनल थॉट्स, राजनीतिक राय या तस्वीरें भी जांच के दायरे में आ सकती हैं.
किन यात्रियों को हो रही है परेशानी?
हालांकि यह तलाशी हर यात्री पर लागू नहीं होती, लेकिन कई मामलों में लोगों को उनकी डिजिटल जानकारी के आधार पर हिरासत में लिया गया है या उन्हें देश में घुसने से मना कर दिया गया है. एक उदाहरण के तौर मार्च में एक फ्रांसीसी साइंटिस्ट को सिर्फ इसलिए अमेरिका में एंटर नहीं दिया गया क्योंकि उनके फोन में ट्रंप सरकार की आलोचना करने वाले कुछ मैसेज पाए गए. वहीं दूसरे मामले में मिशिगन यूनिवर्सिटी में एक फिलिस्तीन सुप्पोर्टर प्रोटेस्टर्स के वकील, आमिर मैकलेड को भी डेट्रॉइट एयरपोर्ट पर रोका गया, उनसे पूछताछ हुई और उनके फोन की तलाशी ली गई.
क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह
डिजिटल तलाशी से बचने के लिए एक्सपर्ट्स यात्रियों को ये सुझाव दे रहे हैं:
-अपने डिवाइस में बहुत जरूरी डेटा ही रखें
-क्लाउड सेवाओं का इस्तेमाल करें ताकि डाटा डिवाइस में ना हो
-बायोमेट्रिक लॉक (जैसे फिंगरप्रिंट या फेस लॉक) बंद रखें.
-संवेदनशील फोटो और निजी जानकारी डिवाइस से हटा दें
-किन देशों के नागरिकों पर लगी है यात्रा पाबंदी?
19 देशों के नागरिकों पर पाबंदी
ट्रंप के आदेश में कुल 19 देशों के नागरिकों पर अमेरिका आने की पाबंदी लगाई गई है. इसके आलावा अफगानिस्तान, म्यांमार, कांगो गणराज्य, हैती, चाड, इक्वेटोरियल गिनी, ईरान, लीबिया, सूडान, यमन, इरिट्रिया और सोमालिया जैसे देशों के नागरिक किसी भी कारण से अमेरिका में पूरी तरह से बैन है. हालाँकि 7 देश ऐसे हैं जिनपर आंशिक बैन है लेकिन कुछ शर्तों के अनुसार उन्हें अमेरिका में प्रवेश मिल सकता है. जैसे बुरुंडी, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान, क्यूबा और वेनेजुएला.
ट्रंप सरकार की दलील
ट्रंप का कहना है कि ये देश अमेरिका के आव्रजन कानूनों का पालन नहीं करते. कई बार इन देशों ने अपने नागरिकों को अमेरिका से वापस लेने से इनकार किया, और यहां आने वाले लोग तय समय से ज्यादा रुकते हैं.