मशहूर होने की चाह में मौत, 19 साल की लड़की की 'Dusting Challenge' से गई जान, जानें इस ट्रेंड के बारे में
डस्टिंग चैलेंज काफी वायरल हो रहा है, जिसे "क्रोमिंग" भी कहा जाता है. इस चैलेंज में लोग कीबोर्ड क्लीनर स्प्रे को सूंघते हैं और उस पल को कैमरे में कैद करते हैं ताकि उनके वीडियो को ज़्यादा व्यूज़ और लाइक्स मिलें.
आज के दौर में सोशल मीडिया सिर्फ एक प्लेटफॉर्म नहीं रहा, बल्कि यह यंगस्टर्स के लिए पहचान, स्वीकार्यता और पॉपुलैरिटी का जरिया बन गया है. इंस्टाग्राम रील्स, टिकटॉक ट्रेंड्स और वायरल चैलेंजेस की इस दुनिया में 'फेमस' होना एक सपना नहीं, बल्कि एक जुनून बन चुका है.
खासकर अडल्ट्स और यंगस्टर्स तेजी से ऐसे ट्रेंड्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जो अक्सर खतरनाक होते हैं और कभी-कभी जानलेवा भी. ऐसा ही कुछ 19 साल की रेना के साथ हुआ, जिसके मशहूर बनने के सपने ने उसकी चंद पलों में जान ले ली. रेना ने इंटरनेट पर वायरल डस्टिंग चैंलेज फॉलो किया और फिर क्या उसकी जिंदगी खत्म हो गई. चलिए जानते हैं आखिर क्या है ये ट्रेंड.
क्या है डस्टिंग चैंलेज ट्रेंड?
रेना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थी. वह नए ट्रेंड्स को फॉलो करती थी. वीडियो बनाती थी और खुद को साबित करना चाहती थी, लेकिन एक दिन, उसने एक वायरल चैलेंज की नकल करने की कोशिश की. उसने डस्टिंग चैलेंज किया जिसे "क्रोमिंग" भी कहा जाता है. इस चैलेंज में लोग कीबोर्ड क्लीनर स्प्रे को सूंघते हैं और उस पल को कैमरे में कैद करते हैं ताकि उनके वीडियो को ज़्यादा व्यूज़ और लाइक्स मिलें.
क्या हुआ उस दिन?
रेना ने भी ऐसा ही किया, लेकिन जैसे ही उसने गैस को सूंघा, उसका शरीर जवाब देने लगा. उसे कार्डियक अरेस्ट आया. यानि उसका दिल अचानक रुक गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की, लेकिन वह करीब एक हफ्ते तक बेहोश रही. आखिरकार, उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.
डॉक्टरों की चेतावनी
डॉ. रैंडी वीसमैन ऑनरहेल्थ स्कॉट्सडेल अस्पताल में ICU हेड हैं. उन्होंने बताया कि 'ये ट्रेंड बहुत ही खतरनाक है. जब ये बच्चे गैस को सूंघते हैं, तो वो उनके फेफड़ों से ऑक्सीजन को बाहर कर देती है. इसका असर कुछ मिनटों के लिए खुशी का अहसास तो देता है, लेकिन इसके परिणाम दिल का दौरा, फेफड़ों की बीमारी, लीवर फेल होना और सबसे बड़ा खतरा मौत हो सकते हैं.





