क्या है ‘स्वैटिंग’? जिसका शिकार हुए FBI डायरेक्टर काश पटेल, कहा- वो मुझे निशाना बनाते हैं और बनाते रहेंगे
काश पटेल लंबे समय से स्वैटिंग के खिलाफ मुखर रहे हैं. मार्च 2024 में उन्होंने एक सार्वजनिक मंच से कहा था कि किसी भी अमेरिकी नागरिक के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों को झूठी सूचनाओं के जरिए हथियार बनाना न केवल गैरकानूनी है.

एफबीआई के डायरेक्टर और अमेरिका के लीडिंग नेशनल सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स में से एक, काश पटेल ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि बीते हफ्ते उनके लास वेगास स्थित निजी आवास को एक गंभीर ‘स्वैटिंग’ हमले का निशाना बनाया गया. यह बयान उन्होंने दुनिया के सबसे लोकप्रिय पॉडकास्ट ‘द जो रोगन एक्सपीरियंस’ में दिया, जिसकी नई कड़ी शुक्रवार को जारी की गई. हालाँकि अब सवाल उठता है कि आखिर यह ‘स्वैटिंग’ है क्या?.
क्या है ‘स्वैटिंग’?
‘स्वैटिंग’ एक जानलेवा और गैरकानूनी शरारत है जिसमें किसी खास व्यक्ति को निशाना बनाकर आपातकालीन सेवाओं को झूठी जानकारी दी जाती है. इसमें आमतौर पर बंधक बनाए जाने, गोलीबारी, या विस्फोटक होने जैसी अफवाहें शामिल होती हैं, जिससे पुलिस या SWAT टीम उस पते पर तुरंत पहुंच जाती है. इसका मकसद पीड़ित को मानसिक, सामाजिक और कभी-कभी शारीरिक नुकसान पहुंचाना होता है. स्वैटिंग के शिकार अक्सर हाई-प्रोफाइल लोग होते हैं जैसे राजनेता, मशहूर हस्तियां, ऑनलाइन स्ट्रीमर या पत्रकार.
काश पटेल के साथ क्या हुआ?
काश पटेल ने बातचीत के दौरान बेहद इमोशनल और तीखे अंदाज़ में बताया कि कैसे यह हमला उन पर किया गया. उन्होंने कहा, 'यह बकवास है. कल ही मेरे घर पर हमला हुआ है, मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो एफबीआई के सर्वोच्च पद पर है, लेकिन मैं सिर्फ इसलिए केस नहीं करूंगा कि किसी ने मुझे टारगेट किया है. यह लोग ऐसा बार-बार करते हैं, और करते रहेंगे.' पटेल ने बताया कि वह इस हमले से मानसिक रूप से प्रभावित तो हुए हैं, लेकिन वे इसे व्यक्तिगत नहीं ले रहे. उन्होंने स्वैटिंग को 'राजनीतिक हथियारों' के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली एक 'नैतिक रूप से घिनौनी रणनीति' बताया.
स्वैटिंग के खिलाफ लड़ाई
काश पटेल लंबे समय से स्वैटिंग के खिलाफ मुखर रहे हैं. मार्च 2024 में उन्होंने एक सार्वजनिक मंच से कहा था कि किसी भी अमेरिकी नागरिक के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों को झूठी सूचनाओं के जरिए हथियार बनाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह अमेरिका की लोकतांत्रिक आत्मा के खिलाफ भी है...यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दिशा में पटेल ने अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान की शुरुआत की. इस अभियान का उद्देश्य स्वैटिंग के जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उन्हें न्याय के कटघरे में लाना है, खासतौर रूप से उन मामलों में जो रूढ़िवादी मीडिया और उनके परिवारों को निशाना बनाते हैं.
राजनीतिक भेदभाव पर उठाया सवाल
क्रिस्टी नोएम ने कहा, 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अगुवाई में हम यह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि किसी पत्रकार या उसके परिवार को सिर्फ उनके राजनीतिक विचारों की वजह से झूठे आरोपों का सामना करना पड़े.' जो रोगन के पॉडकास्ट में काश पटेल ने न सिर्फ अपने साथ हुई स्वैटिंग घटना के बारे में बताया, बल्कि अमेरिका में चल रहे राजनीतिक भेदभाव और दोहरे रवैये पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, 'यहां दो तरह के नियम चल रहे हैं एक हमारे लिए और एक उनके लिए, यह सबसे बड़ी ढोंग की मिसाल है.' पटेल ने यह भी कहा कि कानून सबके लिए एक जैसा होना चाहिए, चाहे वह किसी भी विचारधारा या राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हो.