क्या PM पद छोड़ेंगे ट्रूडो? क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद हिल गई कैबिनेट, जानें असली वजह
पीएम ट्रूडो कथित तौर पर पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद ही ट्रूडो के पद छोड़ने की बात सामने आई है. आज दोपहर संसद वह संबोधित कर सकते हैं. क्रिस्टिया फ्रीलैंड के अचानक पद छोड़ने से कनाडा की कैबिनेट हिल गई है.

Canada PM Trudeau: कनाडा में इन दिनों कनाडाई सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को लेकर भारतीय नागरिक में गुस्सा जाहिर करते नजर आ रहे हैं. अब खबर सामने आ रही है. ट्रूडो अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ट्रूडो कथित तौर पर पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद ही ट्रूडो के पद छोड़ने की बात सामने आई है.
ट्रूडो कर रहे पद छोड़ने पर विचार
सीटीवी न्यूज को सूत्रों ने हवाले से पता चला कि कनाडाई पीएम ने कैबिनेट को बताया कि वह सत्रावासन या इस्तीफे पर विचार कर रहे हैं. आज दोपहर संसद को वह संबोधित कर सकते हैं. क्रिस्टिया फ्रीलैंड के अचानक पद छोड़ने से कनाडा की कैबिनेट हिल गई है. फ्रीलैंड का सह फैसला चौंकाने वाला है. बता दें कि हाल के महीनों में ट्रूडो की राजनीतिक समस्याएं उनकी आर्थिक कठिनाइयों की आलोचना और घटते मतदाता समर्थन के कारण और भी खराब हो गई है.
क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने छोड़ा पद
कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने वित्त मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद कनाडा की राजनीति में हलचल मच गई है. फ्रीलैंड ने अपने इस फैसले के बारे में सोशल मीडिया पर बताया. फ्रीलैंड ने लिखा कि वह और ट्रूडो कनाडा के रुख पर सहमत नहीं हो सकतीं. ट्रूडो ने पिछले सप्ताह उनसे कहा था कि वे उनकी जगह लेना चाहते हैं. उन्होंने एक अन्य कैबिनेट पद को ठुकरा दिया जो उन्हें ऑफर किया गया था. उन्होंने कहा कि मैंने बहुत सोचा समझा और फिर इस फैसले पर पहुंची कि मेरे लिए इस्तीफा देना ही एकमात्र ईमानदारी और सही रास्ता है. उन्होंने कनाडा के भविष्य पर ट्रूडो के साथ कई सप्ताह तक चले विवादों को स्वीकार करके कैबिनेट के अंदर गहरी दरारों की ओर इशारा किया.
सत्रावसान क्या है ?
सत्रावसान संसद के सत्र को समाप्त करता है. प्रधानमंत्री की सिफारिश पर क्राउन इसे शुरू करता है. संसद के सत्रावसान पर सभी लंबित विधायी कार्य समाप्त हो जाते हैं. नए सत्र के बुलाए जाने तक सदस्यों को उनकी विधायी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाता है, और समितियां अपनी बैठक करने की क्षमता खो देती हैं. फिर संसद को फिर से रीसेट किया जाता है. सरकार अगले सत्र में ऑर्डर पेपर पर किसी कानून और त्याग कर रद्द करके फिर से शुरू कर सकती है. इस दौरान किसी भी संसदीय समिति का काम करने की इजाजत नहीं होती है.