बेहोश महिला को CPR दे रहा था टीचर, लगे गलत तरीके से छूने के आरोप, मचा हंगामा
इमरजेंसी में एक महिला की मदद करना एक शख्स को भारी पड़ गया. जबिक आरोपी व्यक्ति ने सड़क पर गिरी एक महिला को CPR देकर उसकी जान बचाने की कोशिश की थी. अब जान बचाने वाले शिक्षक पर आरोपों की बौछार हो रही है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मददगार मसीहा 'आरोपी' बना दिया गया. अब किसी की मदद नहीं करूंगा.

गजब है भाई, ऐसे में कोई किसी की मदद करेगा क्या? अगर आप किसी की जान बचाएं और पीड़ित पलटकर आपको ही कटघरे में खड़ा कर दे तो आप क्या करेंगे? कुछ ऐसा ही हुआ एक शिक्षक के साथ जो महिला की जान बचाने के लिए CPR दिया. अब उन पर ‘गलत तरीके से छूने’ का आरोप लगा है. यह मामला सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहा बल्कि अब पुलिस और पब्लिक दोनों की नजरें इस घटना पर हैं. कुछ लोगों ने दावा किया कि पैन का हाथ गलत जगह पर था.
दरअस, CPR यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन देकर सड़क पर बेहोश पड़ी महिला की मदद करना एक शख्स को भारी पड़ गया. पीड़ित महिला ने उसपर सीने को गलत तरीके से छूने के आरोप लगाया है. शख्स का कहना है कि उसे मेडिकल में डिग्री हासिल है और किसी भी एक्सपर्ट ने उसकी तकनीक पर सवाल नहीं उठाए. साथ ही वह इन आरोपों को लेकर भी परेशान है.
चीन के हुनान प्रांत से जुड़ा है मामला
यह मामला चीन का है. सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंट्रल हुनान प्रांत के होंगयांग में 12 जुलाई को एक महिला सड़क पर गिर गई थी. वहां एक महिला डॉक्टर ने तुरंत पहुंचकर CPR दिया. जब डॉक्टर लगातार CPR देने से थक गई तो उन्होंने किसी से मदद करने का अनुरोध किया. इसके बाद पैन नाम के एक शख्स ने मदद का हाथ बढ़ाया.
घटना के समय मेडिकल स्कूल में शिक्षक पैन पास से ही गुजर रहे थे. उन्होंने बगैर संकोच किए मदद के लिए हाथ बढऋाया. वह CPR ट्रेंड हैं. इसके बाद स्थानीय अस्पताल की महिला डॉक्टर और पैन ने मिलकर महिला को बारी-बारी से CPR दिया. इस दौरान डॉक्टर वाइट साइन पर भी नजर रखे हुए थीं और उन्होंने महिला के परिजन को एंबुलेंस को फोन करने के लिए कहा.
सीपीआर मिलने के 10 मिनट के बाद महिला होश में आई और आंखें खोलीं. इसके बाद एंबुलेंस के जरिए उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. अब खास बात यह है कि पैन और डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कुछ लोगों ने दावा किया कि पैन का हाथ गलत जगह पर था. पैन का कहना है कि वह ऑनलाइन मिल रही इस आलोचना से हैरान हैं.
पता होता कि ऐसा होगा तो मदद ही नहीं करता
उन्होंने कहा, 'मैं डरा हुआ महसूस कर रहा हूं. यदि मुझे पता होता कि मेरी आलोचना की जाएगी, तो मैं मदद के लिए पहले ही नहीं करता. मैं बहुत मायूस हो गया हूं. पैन ने कहा कि वह बेहद सावधानी से CPR दे रहे थे.
यह मामला एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. अब लोग किसी को बचाने से पहले सोचेंगे कि "कहीं बाद में आरोपी न बन जाऊं? क्या हमारे समाज ने मदद करने वालों के लिए भी खतरे खड़े कर दिए हैं?