रूस में मिलेंगे पुतिन-जेलेंस्की! बातचीत को तैयार हुए लेकिन जगह नहीं हो रहा फाइनल, ट्रंप क्यों दे रहे पर्सनल मीटिंग की सलाह?
Russia-Ukraine War: व्हाइट हाउस की बैठक के बाद, पुतिन ने जेलेंस्की को निजी बैठक की सलाह दी है. कारोलीन लीविट ने भी कहा कि दोनों नेताओं से मिलने की इच्छा का समर्थन किया जा रहा है और अनेक विकल्पों पर विचार चल रहा है, लेकिन अभी तक कुछ निश्चित नहीं हुआ है.

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध हो रहा है. इस युद्ध पर विराम लगाने के सिए दोनों देशों के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमिर जेलेंस्की प्रयास कर रहे है. लेकिन हर बार वह अपनी-अपनी मांगों को लेकर फंस जा रहे हैं. अब बार फिर दोनों ने बैठक करने वाले हैं.
अमेरिका के व्हाइट हाउस की बैठक के बाद, पुतिन ने जेलेंस्की को निजी बैठक की सलाह दी है, जिसमें खुलकर बात की जा सके. पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही फोन पर बात की थी. इसके बाद, पुतिन ने ज़ेलेंस्की को रूस में एक बैठक करने का सुझाव दिया.
अमेरिका ने दी जानकारी
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कारोलीन लीविट ने भी कहा कि दोनों नेताओं से मिलने की इच्छा का समर्थन किया जा रहा है और अनेक विकल्पों पर विचार चल रहा है, लेकिन अभी तक कुछ निश्चित नहीं हुआ है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि बातचीत का कोई भी कदम सावधानी और तैयारी के साथ उठाया जाना चाहिए.
पहले एक्सपर्ट लेवल से शुरू, फिर जरुरी प्रक्रियाओं के बाद ही हाई लेवल मीटिंग होनी चाहिए. उन्होंने कहा, यह रूसी नीति का परिचित तरीका रहा है. सिद्धांत में दरवाज़ा खुला रखते हुए, धीरे-धीरे कदम बढ़ाना. दूसरी ओर ट्रंप यूक्रेन में युद्ध को रोकने के लिए एक त्रिपक्षीय बैठक के विचार को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसमें ट्रंप, पुतिन और जेलेंस्की शामिल हों. उनकी कोशिश भारत-पाकिस्तान के सीजफायर के बाद खुद को क्रेडिट देने की है.
क्रेमलिन ने पुष्टि की कि दोनों राष्ट्रपतियों ने यूक्रेन पर चर्चा की. क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा, पुतिन और ट्रंप ने सीधी रूसी-यूक्रेनी वार्ता के स्तर को बढ़ाने के विचार पर चर्चा की. उन्होंने आगे कहा कि दोनों नेताओं ने रूसी संघ और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच सीधी बातचीत जारी रखने के पक्ष में बात की.
युद्ध खत्म करनावे आगे आए ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन विवाद में खुद को शांति मध्यस्थ के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की है. उन्होंने सिजफायर की बजाय सीधे संपूर्ण शांति समझौते की वकालत की है, जिसमें डोनबास क्षेत्र जैसे विवादित इलाकों को छोड़ने की बात शामिल हो सकती है, जिसे उन्होंने some swapping, changes in land कहा. ट्रंप ने व्यापारिक संबंधों में वापसी तभी संभव बताया जब युद्ध समाप्त हो जाए. इसकी घोषणा उन्होंने अंलस्का शिखर बैठक में की थी.