UN में पाकिस्तान फिर हुआ बेनकाब, शहबाज शरीफ के सामने उठे 'क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म' पर सवाल, दिया रटा-रटाया जवाब
संयुक्त राष्ट्र में प्रवेश करते समय सीमा पार आतंकवाद के बारे में पूछे गए सवाल पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, "हम सीमा पार आतंकवाद को हरा रहे हैं. हम उन्हें हरा रहे हैं." पाक के हुक्मरानों का यह बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसकी विदेश नीति के लिए चिंता का विषय बन गया है.

यूएन महासभा (UNGA) में पाकिस्तान की खामियां एक बार फिर उजागर हो गईं. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने जब क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म पर सवाल उठाए गए, तो उसका उन्होंने रटा-रटाया जवाब दिया. हमेशा की तरह इस बार भी पाकिस्तान का यह रवैया उसकी अंतरराष्ट्रीय छवि के लिए चुनौती बन सकता है. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक में 26 सितंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपना पक्ष रखने के लिए पहुंचे थे.
यूएनजीए की बैठक में जब उनसे सीमा पार आतंकवाद (क्रॉस Border Terrorism) को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया, "हम आतंकवाद को खत्म कर रहे हैं, हम उन्हें हरा रहे हैं." पाक पीएम के इस दावे से साफ है कि वहां के सरकार आतंकवाद के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है? हालांकि, उनका यह बयान भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोपों के लिहाज से काफी अहम है.
मार्को रुबियो - आतंकवादी समूहों को बंद करे PAK
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को समर्थन बंद करने की अपील की थी. इसके बावजूद, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है. ताकि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
पाक पीएम का बयान हास्यास्पद
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवाद को अपनी धरती पर पालने—पोसने वाला पाकिस्तान जब यह कहता है कि वह इसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तो यह अपने आप में हास्यास्पद लगता है. ऐसा इसलिए कि पूरी दुनिया जानती है कि वह आतंकवाद को अपनी विदेश नीति की एक नीति की तरह आगे बढ़ाता आया है.
पाक के मंत्री खुद कबूल चुके है आतंकवाद की बात
पाकिस्तान सरकार में शामिल मंत्री खुद आतंकियों को संरक्षण देने और उनकी मदद करने की बात कबूल कर चुके हैं, लेकिन सीमा पार से होने वाले आतंकवाद पर भारत की समाचार एजेंसी ANI ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से जब सवाल किया तो उन्होंने पहले की तरह रटा-रटाया जवाब दिया. पाक पीएम ने कहा कि हम आतंकवाद को खत्म कर रहे हैं, हम उन्हें हरा रहे हैं. इसके बाद जब एएनआई ने पूछा कि भारत तो आपको इस मसले पर हरा रहा तो इस पर भी उन्होंने अलग से कोई जवाब दिए बगैर यही है कि हम उससे लड़ रहे हैं.
यूएन में नहीं चलेगी नौटंकी
पाक पीएम के भाषण के बाद आतंकवाद और कश्मीर के मुद्दे पर भारत की ओर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को करारा जवाब दिया गया. शरीफ के भाषण पर जवाब देने के अपने अधिकार का उपयोग करते हुए यूएन में भारतीय राजनयिक पटेल गहलोत ने कहा, 'इस सभा ने आज सुबह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर से बेतुकी नौटंकी देखी, उन्होंने एक बार फिर आतंकवाद का महिमामंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का केन्द्रीय हिस्सा है. जबकि पाकिस्तान को पता है कि वह न तो किसी स्तर का नाटक और न ही झूठ का किसी भी स्तर छुपा सकता है. यह वही पाकिस्तान है जिसने 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 'रेजिस्टेंस फ्रंट' नामक पाकिस्तानी प्रायोजित आतंकी संगठन को भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के नरसंहार की जिम्मेदारी से बचाया था.