पाकिस्तान में आटा नहीं अब डेटा पर लड़ाई! आवाम ने शरीफ सरकार के खिलाफ क्यों खोला मोर्चा?
पाकिस्तान में बीते कुछ दिनों से इंटरनेट स्लो चल रहा है. जनता को किसी को मैसेज भेजने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सेकेंड में पहुंचने वाले मैसेज में घंटों का समय लग रहा है. इन सबको को लेकर वहां की आवाम गुस्से में आ गई है.

Pakistan News: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर हंगामा देखने को मिलता है. पाक की आवाम कभी, भुखमरी, महंगाई तो कभी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार की घेरती नजर आती है. अब पाक में इंटरनेट की धीमी स्पीड को लेकर बवाल मचा हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में बीते कुछ दिनों से इंटरनेट स्लो चल रहा है. जनता को किसी को मैसेज भेजने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सेकेंड में पहुंचने वाले मैसेज में घंटों का समय लग रहा है. इन सबको को लेकर वहां की आवाम गुस्से में आ गई है.
स्लो इंटरनेट पर भड़की जनता
पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट स्पीड धीमी है. बार-बार आ रही रुकावटों को लेकर जनता का शरीफ सरकार के खिलाफ गुस्सा फूटने लगा है. हाल ही में सरकार की ओर से कथित तौर पर सोशल मीडिया पर राज्य विरोधी कंटेंट की निगरानी करने के लिए स्थापित किए हैं. इसे लेकर भी आवाम गुस्से में है. पिछले सप्ताह विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)के नेतृत्व में सरकार विरोधी अभियान व विरोध प्रदर्शनों के बीच यह फैसला लिया गया था. बता दें कि लोगों को सोशल मीडिया पर मैसेज भेजने, वीडियो कॉल, पोस्ट करने में परेशानी हो रही है.
सरकार का बयान
इंटरनेट की स्पीड धीमी होने पर पाकिस्तान सरकार ने बयान दिया है. पाकिस्तान की संघीय इंफॉर्मेंशन टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम राज्य मंत्री शाजा फतिमा ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और इस मुद्दे को दूसरे एंगल से पेश किया जा रहा है. हमारे ओर से बिना रुकावट के इंटरनेट सेवा को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है. फातिमा ने कहा कि सरकार आईटी और टेलीकॉम इंडस्ट्री की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. हम मौजूदा प्रणालियों को अपडेट कर रहे हैं. जिससे किसी को भी परेशानी न हो.
क्यों स्लो है पाक में इंटरनेट?
पाकिस्तान की सरकार ने दावा किया कि इंटरनेट स्लो होने के पीछे का कारण पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हैं. सरकार ने कहा कि वह इस्लामाबाद और सैन्य प्रतिष्ठान के खिलाफ कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए प्रसारित की जा रही फेक खबरों, गलत सूचनाओं और गलत प्रचार पर ब्रेक लगाना चाहती है. इमरान खान के समर्थक सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान के खिलाफ अपने गुस्से को व्यक्त करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का इस्तेमाल कर रही है.