पैसों के लिए कुछ भी करेगा... पाकिस्तान में यह देश बनाएगा ‘गधा-फार्म’
आने वाले कुछ ही दिनों में अगर यह खबर सुनने को मिले कि, दोस्त चीन ने पाकिस्तान की जमीन पर ‘डंकी-फार्म’ बना डाला है. तो हैरत की बात नहीं होगी. बात भी सही है. इसमें हैरत भी नहीं होनी चाहिए. खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि डंकी फार्म की स्थापना के लिए पाकिस्तान तो एकदम तैयार बैठा है.

भारत के दुश्मन नंबर-1 पाकिस्तान की बदनामी, जग-हंसाई, बेशर्मी और आतंकवाद की फैक्टरी से संबंधित खबरें तो आए दिन मीडिया में छाई रहती हैं. इस बार मगर उन तमाम खबरों से अलग ही मजेदार खबर पाकिस्तान से निकल कर आ रही है. खबर यह है कि पाकिस्तान को कई साल से पाल-पोस रहा उसका दोस्त देश चीन, अब पाकिस्तान की जमीन पर गधों का फार्म यानी डंकी फार्म (Donkey Farm) बनाने जा रहा है. चीन ने इसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. बस, चीन के इस ब्लूप्रिंट पर पाकिस्तान की लिखित सहमति मिलने का इंतजार है.
दरअसल यह खबर हाल-फिलहाल इसलिए और तब छनकर बाहर आ सकी है क्योंकि, बीते शनिवार को ही इस अजीब-ओ-गरीब मुद्दे पर चीन और पाकिस्तान के उच्चाधिकारियों की एक बैठक पाकिस्तान में हुई है. चीन के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई इस बैठक में पाकिस्तान सरकार के मंत्री राणा तनवीर हुसैन खुद भी मौजूद थे. मतलब, जब और जिस बैठक में खुद पाकिस्तान का कोई मंत्री ही, किसी मसौदे को अंतिम रूप देने के लिए मौजूद रहे, तो मतलब यही है कि अब ‘बात बनने’ में कोई देरी बाकी नहीं बची है.
'दोस्त के घर डंकी फार्म'
मतलब, आने वाले कुछ ही दिनों में अगर यह खबर सुनने को मिले कि, दोस्त चीन ने पाकिस्तान की जमीन पर ‘डंकी-फार्म’ बना डाला है. तो हैरत की बात नहीं होगी. बात भी सही है. इसमें हैरत भी नहीं होनी चाहिए. क्योंकि जो पाकिस्तान सा जलील देश दुनिया भर में आतंकवाद की सबसे बड़ी फैक्टरी सिद्ध हो चका हो. जिस पाकिस्तान में दुनिया भर के खूंखार आतंकवादी पाले-पोसे जाते हों.
पाकिस्तान को तो बस दौलत चाहिए
जिस पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन (Terrorist Osama Bin Laden), दाउद इब्राहिम (Most Wanted Terrorist Dawood Ibrahim), हाफिज मुहम्मद सईद (Terrorist Hafiz Muhmmad Saeed) जैसे आतंकवादी सुरक्षित पाले जाते हैं. जिस पाकिस्तान में 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी तहव्वुर राणा (Terrorist Tahawwur Rana) पैदा होता हो. ऐसे बेहया पाकिस्तान को भला बाकी और किसी की क्या चिंता हो सकती है. फिर चाहे उसकी सर-ज़मीं पर चीन सा उसका कोई दोस्त देश, पाकिस्तान की झोली में खैरात या भीख की चंद कौड़ियां डालकर, उसके यहां ‘डंकी फार्म’ बनाए या घोड़ों का ‘अस्तबल’. क्या फर्क पड़ता है? भूखे-प्यास से बेहाल, तबाही और बर्बादी के कगार पर खड़े पाकिस्तान को तो दौलत चाहिए.
दुनिया भर में उड़ रहा चीन का मजाक
पाकिस्तान में चीन ने जब से अपने ‘डंकी फार्म’ बनाने की कवायद शुरू की है, और यह खबर लीक हुई है तभी से पाकिस्तान का दुनिया भर में मजाक उड़ रहा है. यह कहते हुए कि पड़ोसी मुल्क भारत, जिसे पाकिस्तान हमेशा अपना कट्टर दुश्मन मानता रहा है, वो भारत ‘राफेल’ खरीद रहा है. वो भारत अंतरिक्ष में पहुंच चुका है. जबकि दूसरी ओर पेट पालने की गरज में पाकिस्तान, अपनी जमीन पर चंद कौड़ियों के बदले, चीन से सौदा करने में जुटा है कि वो (चीन) यहां (पाकिस्तान में) गधों का फार्म जल्दी से जल्दी बना ले? ताकि उसे (पाकिस्तान) दो पैसों का जुगाड़ हो सके.
गदहों के लिए मुफीद है पाकिस्तान की आब-ओ-हवा
खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि डंकी फार्म की स्थापना के लिए पाकिस्तान तो एकदम तैयार बैठा है. बस, चीन की हुकूमत ही अपनी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटी है. जिस दिन चीन का लाव-लश्कर डंकी फार्म की स्थापना के लिए पाकिस्तान पहुंच जाएगा, समझो पाकिस्तान में डंकी-फार्म की स्थापना हो लेगी. क्योंकि चीन ने पाकिस्तान में डंकी फार्म की स्थापना का प्रस्ताव हवा में ही नहीं दिया था. प्रस्ताव देने से पहले चीन के विशेषज्ञों ने पता कर लिया था कि पाकिस्तान की आब-ओ-हवा और भौगोलिक परिस्थिति, गधों के फार्म बनाने के लिए बेहद अनुकूल है.
पाकिस्तानी गदहों से मोटी कमाई करेगा चीन
दरअसल चीन पाकिस्तान के डंकी फार्मों में मौजूद गधों से भी मोटी कमाई करेगा. इन गधों का मांस और खाल निर्यात करके. उधर इस तमाशाई कहिए या फिर जग-हंसाई वाले समझौते पर पाकिस्तान के मंत्री राणा तनवीर हुसैन कहते हैं कि, हमारी ज़मीन के ऊपर इन डंकी फार्म्स की स्थापना से पाकिस्तान-चीन के बीच व्यापार बढ़ेगा. जिससे पाकिस्तान में रोजगार के रास्ते भी खुलना तय है.
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की खबर से भी इसकी पुष्टि होती है. जिसके मुताबिक चीन के गधा उद्योग (डंकी इंड्रस्ट्री) के उपाध्यक्ष झाओ फेई ने इस बाबत प्रस्ताव, पाकिस्तान के खाद्य सुरक्षा मंत्री राणा तनवीर हुसैन के सामने रखा है. मंत्री ने चीन के इस प्रस्ताव को सहज ही अपनी स्वीकृति भी दे दी है. यह डंकी फार्म चीन, पाकिस्तान के ग्वादर एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन में बनाएगा. यहां तक तय हो चुका है.