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EXCLUSIVE: पाकिस्तान ने रात में बदली दाऊद-हाफिज सईद की मांद!

पाकिस्तान दुनिया को दिखाने के लिए हमेशा यही कहता रहता है कि, वो आतंकवाद और आतंकवादियों से कोई वास्ता नहीं रखता है. तहव्वुर राणा के भारत पहुंचने के बाद से दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद पाकिस्तान के लिए बवाल-ए-जान बने हुए हैं.

EXCLUSIVE: पाकिस्तान ने रात में बदली दाऊद-हाफिज सईद की मांद!
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संजीव चौहान
By: संजीव चौहान

Updated on: 15 April 2025 3:07 PM IST

अमेरिका से प्रत्यर्पित होकर भारत पहुंचे मोस्ट वॉन्टेड इंटरनेशनल आतंकवादी तहव्वुर राणा को, भारतीय एजेंसियों के शिकंजे में फंसे अभी चार पांच दिन ही ब-मुश्किल गुजरे हैं. पाकिस्तान (Pakistan) में जन्मे और वहीं के पेशेवर डॉक्टर से बाद में मुंबई में 26/11(Mumbai Terror Attack) हमले के असल षडयंत्रकारी बने तहव्वुर राणा को लेकर, सबसे पहले तो खौफजदा पाकिस्तान ने उसे पहचानने से ही इनकार कर दिया. तहव्वुर राणा को लेकर पाकिस्तानी हुकूमत और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के सिर किस कदर खौफ सवार है, इसका दूसरा उदाहरण अब सामने आया है.

भारतीय खुफिया रॉ (RAW) और जांच एजेंसियों (NIA, CBI) की मानें तो, दुनिया की नजरों में तहव्वुर राणा का माई-बाप साबित हो पाने से पहले ही, पाकिस्तान को अब उसकी मांद में छिपे बैठे, दाउद इब्राहिम (Dawood Ibrahim)-हाफिज मुहम्मद सईद (Hafiz Muhammad Saeed) की सुरक्षा की चिंता खाए जा रही है.

आईएसआई और पाकिस्तानी फौज की हुई सीक्रेट मीटिंग

अंदर की जो खबर निकल कर सामने आई उसके मुताबिक, ‘बीते दो-तीन दिन में ही पाकिस्तानी एजेंसियों विशेषकर उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई और, पाकिस्तानी फौज (Pakistan Army) के अफसरान के बीच देर रात तक एक बैठक हुई थी. शाम करीब छह बजे शुरू हुई वो बैठक रात एक बजे के करीब खतम हुई. कराची से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित एक गुप्त स्थान पर हुई बैठक के एजेंडे में, दो नामों पर चर्चा की गई. यह दोनों नाम हैं आतंकवादी दाउद इब्राहिम और आतंकवादी हाफिज सईद.

भारत के मोस्‍ट वांटेड इंटरनेशनल आतंकवादी

इन दोनों में समानता की बात करें तो, दोनों ही भारत और अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेंड इंटरनेशनल आतंकवादी है. दोनों ही भारत के खिलाफ आतंकवाद की फैक्टरियां चलाते हैं. फर्क दोनों में दो अलग-अलग हैं. पहला यह कि दाउद इब्राहिम भारत का मूल निवासी है. और वो साल 1993 में मुंबई में 12-13 जगह हुए सीरियल बम ब्लास्ट में सैकड़ों लोगों के कत्ल का गुनहगार है. मगर उसे पाल रहा है पाकिस्तान. दूसरा फर्क है तो हाफिज सईद को लेकर. जो भारत में 26/11 (सन् 2008) को मुंबई में हुए खतरनाक आतंकवादी हमलों में, भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी है. हाफिज सईद मूलत: पाकिस्तानी आतंकवादी (Pakistani Terrorist) ही है.

नहीं बचने वाली है पाकिस्‍तान की खाल

पाकिस्तान दुनिया को दिखाने के लिए हमेशा यही कहता रहता है कि, वो आतंकवाद और आतंकवादियों से कोई वास्ता नहीं रखता है. लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ डिप्टी सेक्रेटरी स्तर के एक पूर्व अधिकारी ‘स्टेट मिरर हिंदी’ को बताते हैं कि, ‘तहव्वुर राणा का जन्म पाकिस्तान में ही हुआ है. यह तथ्य पाकिस्तान और दुनिया जानती है. बाद में तहव्वुर राणा ने (Tahawwur Rana) इंटरनेशनल जांच और खुफिया एजेंसियों की नजर से बचने के लिए, कनाडा (Canada) की नागरिकता ले ली. ताकि तहव्वुर राणा के कुकर्मों का ठीकरा सीधे-सीधे पाकिस्तान के सिर पर न फूटे. तहव्वुर राणा को जान-बूझकर भी न पहचानने से पाकिस्तान की खाल नहीं बचेगी. क्योंकि यह दुनिया जानती है कि भारत और अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेंड आतंकवादी दाउद इब्राहिम-हाफिज सईद तो पाकिस्तान में ही छिपे बैठे हैं.

डरे हुए हैं पाकिस्‍तान और हाफिज सईद

दो दिन पहले कराची से कुछ दूर हुई बैठक में तय हुआ है कि, तहव्वुर राणा अब भारतीय खुफिया और जांच एजेंसियों के सामने, पाकिस्तान की काली करतूतों का चिट्ठा खोले. उससे पहले ही किसी भी तरह से दाउद इब्राहिम और हाफिज सईद को सुरक्षित कर लिया जाए. क्योंकि कुछ दिन पहले ही हाफिज सईद के करीबी रिश्तेदार और, मुंबई के 26/11 हमलों के दूसरे मास्टरमाइंड को पाकिस्तान में गोलियों से भून डाला गया था. इससे भी हाफिज सईद और पाकिस्तान डरे हुए थे.

अब रही सही कसर अमेरिका ने तहव्वुर राणा को भारत के हवाले करके पूरी कर दी है. ऐसे में पाकिस्तान को सबसे ज्यादा चिंता दाउद इब्राहिम और हाफिज सईद को सुरक्षित छिपाने की है. लिहाजा दो दिन पहले आधी रात को कराची से कुछ सौ किलोमीटर दूर हुई पाकिस्तानी फौज और, उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों की बैठक में, रणनीति बनाई गई कि हाफिज सईद और दाउद इब्राहिम को उनके छिपने की मौजूदा जगहों से तुरंत शिफ्ट कर दिया जाए.

फिर चर्चा में आया एबटाबाद

पाकिस्तान से छनकर आ रही खबरों के मुताबिक, दाउद इब्राहिम और हाफिज सईद को दो दिन पहले ही आधी रात के वक्त उनके उन काफी पुराने अड्डों से हटा दिया गया है, जहां वे बीते कई-कई साल से छिपे पड़े थे. विश्वस्त सूत्रों की मानें तो अब, दाउद को पाकिस्तान कैंट (पाकिस्तानी आर्मी क्षेत्र) इलाके से हटाकर, एबटाबाद (Abbottabad) इलाके में भेज दिया गया है. जिक्र जब पाकिस्तान के एबटाबाद का हो तो यहां बताना जरूरी है कि, 2 मई साल 2011 को रात के वक्त अमेरिकी फौज ने, इसी इलाके में (ख़ैबर पख़तूनख्वा प्रांत पाकिस्तान), अपने मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी ओसामा बिन लादेन गोलियों से भून डाला था. सवाल यह है कि क्या ऐसा इलाका जहां कभी ओसामा बिन लादेन ढेर कर डाला गया हो, वहां दाउद इब्राहिम सुरक्षित रह सकेगा?

पाकिस्तान के लिए बबाल-ए-जान बने दाऊद और हाफिज

‘स्टेट मिरर हिंदी’ की भारतीय खुफिया एजेंसियों के पूर्व अधिकारियों से बातचीत में, दाउद की जगह बदलकर एबटाबाद किए जाने की तो भनक की बात पुष्ट होती है. हाफिज सईद भी अपनी पुरानी जगह से शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन उसे पाकिस्तान ने किस इलाके में कहां रखा है? इसकी पुष्टि नहीं हो पाती है. हां, भारतीय खुफिया एजेंसी के एक रिटायर्ड स्पेशल डायरेक्टर स्तर के अधिकारी अपने करीब 35 साल खुफियागिरी करने के अनुभव से, इतना जरूर मानते हैं कि, “दाउद इब्राहिम और हाफिज सईद को पाकिस्तान एक जगह या एक ही इलाके में कतई नहीं रखेगा. क्योंकि दोनों ही अमेरिका और भारत के मोस्ट वॉन्टेंड हैं. तहव्वुर राणा के भारत पहुंचने के बाद से दोनों ही पाकिस्तान के लिए बवाल-ए-जान बने हुए हैं. अगर इनमें से किसी एक को कोई नुकसान होता है तो दूसरे की खैर भी पाकिस्तान नहीं मना पाएगा.”

तहव्वुर राणा
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