Begin typing your search...

मैं दुबई में हूं, बांग्लादेश में नहीं... हादी हत्याकांड के आरोपी ने दिखाया UAE वीजा, ढाका के दावों को बताया झूठा; किस पर फोड़ा ठीकरा?

बांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद से हिंसा का दौर जारी है. इस बीच हत्याकांड के आरोपी फैसल करीम मसूद ने नया वीडियो जारी कर खुद को बेगुनाह बताया है. उन्होंने यूएई वीज़ा दिखाकर दावा किया कि वह दुबई में हैं, न कि भारत या बांग्लादेश में... फैसल ने आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया और जमात-शिबिर पर हत्या का शक जताया. फिलहाल, ढाका प्रशासन और आरोपी के दावों में तीखा विरोधाभास बना हुआ है.

मैं दुबई में हूं, बांग्लादेश में नहीं... हादी हत्याकांड के आरोपी ने दिखाया UAE वीजा, ढाका के दावों को बताया झूठा; किस पर फोड़ा ठीकरा?
X
( Image Source:  X/@salah_shoaib )

Osman Hadi murder case, Faisal Karim Masud viral video: बांग्लादेश के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या में नामजद आरोपी फैसल करीम मसूद ने एक बार फिर खुद को बेगुनाह बताते हुए नया वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में मसूद ने दावा किया कि वह फिलहाल दुबई में रह रहा है, न कि भारत या बांग्लादेश में, जैसा कि ढाका के आधिकारिक दावों में कहा जा रहा है. वीडियो में मसूद ने अपना यूएई वीज़ा कैमरे पर दिखाया और कहा कि उस पर लगाए गए सभी आरोप झूठे और राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं. उसने कहा, “मेरा शरीफ उस्मान हादी की हत्या से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई लेना-देना नहीं है. मेरे खिलाफ फर्जी और मनगढ़ंत खबरें फैलाई जा रही हैं.”

स्‍टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्‍सक्राइब करने के लिए क्लिक करें

फैसल करीम मसूद ने आरोप लगाया कि हादी की हत्या के पीछे जमात-शिबिर का हाथ हो सकता है. उसने यह भी स्पष्ट किया कि हादी से उसका रिश्ता केवल पेशेवर था. हादी, ‘इंक़िलाब मंच’ के प्रवक्ता थे.

मसूद ने क्या-क्या कहा?

फैसल करीम मसूद के मुताबिक, वह ‘एप्पल सॉफ्ट’ नाम की कंपनी चलाते हैं और पिछले दस वर्षों से सॉफ्टवेयर इंजीनियर और गेम डेवलपर के तौर पर काम कर रहे हैं. मसूद ने दावा किया कि उन्होंने ‘बैटल ऑफ 1971’ नाम का गेम बनाया था, जिसके लिए उन्हें बांग्लादेश में राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला.

मसूद ने हादी की पार्टी को दिया था चंदा

मसूद का कहना है कि उनके कारोबार से उन्होंने 20 से 30 करोड़ टका की कमाई की है. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने हादी की पार्टी को चंदा दिया था, लेकिन यह सरकारी ठेकों के वादे के बदले था, न कि किसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए. उनके अनुसार, शेख हसीना सरकार के पतन के बाद उनके काम पर असर पड़ा और उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा. इसी दौरान उन्होंने मदद के लिए हादी से संपर्क किया.

मसूद का दावा है कि हादी ने उनसे 5 लाख टका नकद मांगे थे, जो उन्होंने दिए. उसने यह भी कहा कि हादी ने बाद में कार्यालय स्थान और रैलियों के लिए मैनपावर की मांग की. मसूद ने कहा कि जिन लोगों को उन्होंने रैलियों के लिए उपलब्ध कराया, अब उन्हें भी इस हत्या मामले में गलत तरीके से फंसाया जा रहा है.

हत्या के दिन कहां थे मसूद?

मसूद के अनुसार, हादी ने 16 दिसंबर को प्रस्तावित एक राजनीतिक कार्यक्रम के लिए फिर से उनसे मदद मांगी थी. इसी कारण उन्होंने बांग्लादेश लौटने में देरी की. हत्या के दिन, मसूद का दावा है कि वह घटना से करीब 10 मिनट पहले हादी के स्थान से निकल चुके थे.

मोटरसाइकिल और 'साजिश' का आरोप

मोटरसाइकिल से जुड़े आरोपों पर सफाई देते हुए मसूद ने कहा कि बाइक उनकी है, लेकिन वह खुद बाइक चलाना नहीं जानते. उनके अनुसार, हत्या के दिन बाइक उनके दोस्त आलमगीर चला रहे थे और वह पीछे बैठे थे. उन्होंने दावा किया कि वे एक रिसॉर्ट गए थे और वहां मौजूद महिला आलमगीर की गर्लफ्रेंड थी. मसूद ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी अधिकारी महिला को निशाना बना रहे हैं और उसके चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं.

मसूद ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बाइक नंबर बदला, उनके बैग को हथियारों का बैग दिखाने की कोशिश की और उनके पिता, जिन्हें दो बार ब्रेन स्ट्रोक आ चुका है, पर बाइक पहचानने का दबाव डाला. उन्होंने पूरे मामले को 'ड्रामा' करार दिया.

मामला क्या है?

शरीफ उस्मान हादी की 12 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब 2:25 बजे ढाका के पल्टन इलाके में एक मस्जिद से निकलते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले की जांच बांग्लादेशी एजेंसियां कर रही हैं. आरोपियों के दावों व सरकारी बयानों में फिलहाल स्पष्ट टकराव बना हुआ है.

World Newsवर्ल्‍ड न्‍यूजबांग्लादेश
अगला लेख