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हैच खुलते ही पहुंची नासा की टीम, जल्द होने जा रही धरती पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी | Video

नौ महीने से अधिक समय तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद, नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जल्द ही पृथ्वी पर लौटेंगे. क्रू-10 टीम ने आईएसएस पर उनकी जगह ले ली है. तकनीकी खामियों के कारण उनकी वापसी में देरी हुई थी. अब नासा और उसके साझेदार उनकी सुरक्षित वापसी की तैयारियों में जुटे हैं.

हैच खुलते ही पहुंची नासा की टीम, जल्द होने जा रही धरती पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी | Video
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( Image Source:  X/Space_Station )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 16 March 2025 1:25 PM

नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के लिए राहत की खबर है, क्योंकि स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के साथ सफलतापूर्वक डॉक किया. रविवार को हैच खुलते ही दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने जीरो ग्रेविटी में अपने सहयोगियों को गले लगाया. यह क्षण उनके लिए विशेष था, क्योंकि वे नौ महीने से कक्षा में फंसे हुए थे.

क्रू-10 टीम के सदस्यों, जिसमें नासा के ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एजेंसी के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव शामिल हैं, ने ISS पर पहुंचकर विलियम्स और विल्मोर की जगह ले ली. नए अंतरिक्ष यात्रियों को स्टेशन के कामकाज और अनुसंधान परियोजनाओं को संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस बदलाव के साथ विलियम्स और विल्मोर की घर वापसी का रास्ता साफ हो गया है.

तकनीकी दिक्कतों के कारण हुई देरी

विलियम्स और विल्मोर ने मूल रूप से बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल से उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते उनकी वापसी कई महीनों तक टलती रही. पहले तो कैप्सूल की बैटरियों में खराबी आई, फिर आवश्यक मरम्मत में देरी के कारण मिशन का समय बढ़ा दिया गया. इस बीच, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने अपने मिशन को जारी रखते हुए महत्वपूर्ण प्रयोग और अध्ययन पूरे किए.

अब जल्द होगी वापसी

क्रू-10 टीम के सफल आगमन के बाद अब नासा और उसके साझेदार विलियम्स और विल्मोर की धरती पर सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. आने वाले दिनों में उनकी वापसी की तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी और वे जल्द ही पृथ्वी की सतह पर लौटेंगे. यह मिशन न केवल उनकी सहनशक्ति की परीक्षा थी, बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण में भी एक नया अध्याय जोड़ने वाला साबित हुआ.


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