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सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस से लाने में कितना आया खर्च?

Sunita Williams: नासा की अंतरिक्ष में 9 महीने से फंसी सुनीता विलियम्स समेत अन्य यात्रियों को वापस लाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. नासा के लिए यह मिशन आसान नहीं था,. कई प्रयास के फेल होने के बाद स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल की मदद से सबको वापस धरती पर लाया गया.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस से लाने में कितना आया खर्च?
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( Image Source:  @Zaira_Nizaam )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 20 March 2025 2:46 PM IST

Sunita Williams: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने से स्पेस में फंसी हुई थीं. बुधवार की सुबह उन्हें स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल की मदद से धरती पर वापस लाया गया. स्पेस में रहने के दौरान सुनीता को काफी परेशानी हुई. वहीं नासा ने उन्हें वापस लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी हर संभव प्रयास किया और करोड़ों रुपये खर्च किए.

सुनीता विलियम्स को स्पेस से वापस लाना इतना आसान नहीं था. नासा के बचाव अभियान के तहत सुनीता के साथ निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव को भी वापस लाया गया है. मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि नासा ने इस मिशन के लिए लगभग 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

कितना आया खर्च?

नासा की वेबसाइट के अनुसार, सुनीता समेत अन्य यात्रियों को वापस लाने के लिए नासा ने लगभग 1840 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. हालांकि यह पूरे मिशन की लागत नहीं है. अगर पूरे मिशन की बात करें तो इसमें फाल्कन 9 रॉकेट का लॉन्च, कैप्सूल का रखरखाव, ईंधन, ग्राउंड ऑपरेशंस और आईएसएस से डॉर्किंग व वापसी सभी को शामिल किया जाएगा. अगर सारे खर्चें को जोड़े तो मिशन की लागत लगभग 1670 से 2500 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है. स्पेसएक्स ने खुले तौर पर डील की रकम का खुलासा तो नहीं मिलता है. नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत एक सीट की लागत करीब 460 करोड़ रुपये है.

स्पेस में 9 महीने रहीं सुनीता

विलियम्स और विल्मोर ने 5 जून, 2023 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर स्पेस के लिए उड़ान भरी थी. यह यात्रा 8 दिन की थी, लेकिन डॉकिंग प्रक्रिया के दौरान तकनीकी खराबी सामने आई वह वहां फंस गई. इसके बाद स्टारलाइनर सितंबर में उनके बिना ही पृथ्वी पर लौट आया, जिससे अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर ही फंस गए. नासा ने बार-बार उनकी वापसी में फेल हुई. फरवरी में स्पेस में फंसे यात्रियों को वापस लाने के लिए योजना बनाई गई. लेकिन उनकी वापसी के लिए निर्धारित स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट की तैयारी में देरी के कारण मार्च में तारीख को फिर से आगे बढ़ा दिया गया. बता दें कि सुनीता की वापस से पूरे देश में जीत का जश्न देखने को मिला, उनके परिवार ने खूब पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी.

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