DOGE से मस्क आउट! विवेक रामास्वामी का रास्ता हुआ साफ़, क्या ट्रंप देंगे सत्ता की बागडोर?
एलन मस्क ने ट्रंप सरकार के DOGE विभाग से इस्तीफा देकर वॉशिंगटन को चौंका दिया है. टेस्ला और सरकारी खर्च सुधार योजनाओं में टकराव के चलते उन्होंने पद छोड़ा. अब विवेक रामास्वामी की वापसी और नई ऑडिटिंग नीति की चर्चा है. टेस्ला के शेयर गिरे, यूनियनें भड़कीं, और ट्रंप '2026 विज़न' से बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में हैं.

एलन मस्क ने ट्रंप-सरकार के महत्त्वाकांक्षी डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियंसी यानी DOGE के चीफ का पद छोड़ कर वॉशिंगटन के सत्ता गलियारों को हैरान कर दिया. उनके इस कदम के पीछे अधिकारियों के साथ बढ़ती नीतिगत खींचतान और निजी परियोजनाओं खासकर टेस्ला के नए रोबोटिक कारखाने पर पूरा ध्यान लगाने की इच्छा को प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इससे पहले उन्होंने बार-बार DOGE में “तेज़ी से कटौती, धीरे-धीरे नवाचार” का फॉर्मूला बदलने की मांग की थी.
मस्क के जाने के बाद व्हाइट हाउस सलाहकार अब विभाग को पारंपरिक खर्च-लगाम योजना से हटाकर डेटा-ड्रिवन ऑडिटिंग मॉडल में बदलने पर विचार कर रहे हैं. इस मॉडल के तहत एआई-आधारित सॉफ्टवेयर हर कार्यक्रम की वास्तविक सामाजिक-आर्थिक उपयोगिता मापेंगे. आलोचकों का मानना है कि इससे नौकरशाही तो छंटेगी, लेकिन सामाजिक कल्याण योजनाओं पर और तेज़ वार पड़ सकता है. इसके साथ ही विवेक रामास्वामी की वापसी की चर्चा चलने लगी है.
क्या वापस आएंगे विवेक रामास्वामी?
मस्क के उत्तराधिकारी को लेकर कैबिनेट में मतभेद उभर आये हैं. कुछ सलाहकार पूर्व डिप्टी विवेक रामास्वामी को वापस लाने की वकालत कर रहे हैं, जबकि कई लोग टेक-बेग ग्रेचेन विटमर जैसी किसी “कंज़ेंसस-फिगर” को आगे करना चाहते हैं. ट्रेज़री विभाग इस समय इसे संभाल कर केवल 'नॉरमल-ऑपरेशंस' चला रहा है. जब रामास्वामी ने DOGE छोड़ा था तभी से उनके और मस्क के बीच के मतभेद की चर्चा थी. अब मस्क के जाने के बाद उनकी वापसी की उम्मीद जताई जा रही है.
शेयर बाज़ार ने टेस्ला और सरकारी कॉन्ट्रैक्टर्स को दी सज़ा
मस्क की विदाई के तुरंत बाद टेस्ला के शेयरों में तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई, जबकि सरकारी ठेके पाने वाली कंसल्टिंग फर्मों के स्टॉक उछल गए. निवेशकों ने इसे संकेत माना कि आने वाले महीनों में DOGE के तहत ताबड़तोड़ ऑडिटिंग कॉन्ट्रैक्ट बंटेंगे और टेस्ला पर संघीय क्रेडिट मिलने में दिक्कतें बढ़ेंगी.
‘Save Our Services’ आंदोलन का उभार
स्वास्थ्यकर्मियों और शिक्षकों की यूनियनों ने “Save Our Services” नाम से राष्ट्रव्यापी विरोध शुरू किया है. वे चेतावनी दे रही हैं कि DOGE की बजट-काट नीति ने पहले ही कम-आय परिवारों की सब्सिडी में कटौती कर दी और अब नयी डेटा-ड्रिवन स्कीम से और अधिक सेवाएं खत्म होंगी. न्यूयॉर्क, शिकागो और अटलांटा में सप्ताह के अंत तक रैलियों का एलान किया गया है.
‘Tesla Takedown 2.0’ की धमकी
मस्क-DOGE गठजोड़ टूटने के बावजूद पर्यावरण कार्यकर्ता यह मानते हैं कि टेस्ला ने सरकारी राहत का अनुचित लाभ उठाया. सोशल मीडिया पर ‘Tesla Takedown 2.0’ ट्रेंड कर रहा है, जिसमें यूरोप और अमेरिका के शोरूम-रैली की कॉल दी गई है. कंपनी ने बयान जारी कर कहा है कि DOGE से उसका कोई ताल्लुक अब नहीं रहा, पर आलोचक संतुष्ट नहीं हैं.
अब आगे क्या करेंगे ट्रंप?
डोनाल्ड ट्रंप मस्क की विदाई को 'विस्तार का मौक़ा' बताकर 4 जुलाई 2026 तक संघीय ढांचे में एक-तिहाई छंटनी का नया लक्ष्य सेट करने की तैयारी में हैं. क़रीबी सूत्रों के अनुसार वह इसे प्रचारित करेंगे कि 'बोर्डर-सिक्योरिटी से भी बड़ा रिफॉर्म' इसी मिशन के ज़रिये संभव होगा. ट्रंप अगले हफ्ते ‘2026 विज़न’ शीर्षक से टाउन-हॉल श्रृंखला शुरू करके समर्थकों को नये लक्ष्य पर लामबंद करेंगे.
DOGE का क्या होगा?
व्हाइट हाउस सूत्रों का इशारा है कि नया प्रमुख या तो किसी फ़ेडरल ऑडिटिंग विद्वान को बनाया जाएगा या अमेज़न-AWS के पूर्व सीओओ जैक मिसेल को लाया जा सकता है. इसके साथ ही विवेक रामास्वामी के नाम की भी चर्चा है. चयन समिति जुलाई के दूसरे सप्ताह तक नामांकन भेजेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि मस्क का करिश्मा भले ही न दोहराया जा सके, पर एक कम-प्रोफ़ाइल, परिणाम-केंद्रित नेतृत्व DOGE को राजनीतिक शोर-शराबे से दूर रख सकता है.