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दोस्त दोस्त न रहा... लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की राहें जुदा, NIA और राज्य पुलिस के सामने क्या है नई चुनौती?

भारत के दो सबसे खतरनाक गैंगस्टरों, लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच दरार पड़ चुकी है. अलग-अलग सिंडिकेट बनाकर ये अब वैश्विक स्तर पर संगठित अपराध को अंजाम दे रहे हैं. इस आपसी बिखराव ने खुफिया एजेंसियों के लिए एक नई सिरदर्दी खड़ी कर दी है. दोनों की अलग राहें अब गैंगवॉर की नई शुरुआत का संकेत हैं.

दोस्त दोस्त न रहा... लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की राहें जुदा, NIA और राज्य पुलिस के सामने क्या है नई चुनौती?
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Updated on: 16 Jun 2025 4:12 PM IST

भारत के सबसे कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अमेरिका में छिपे उसके लंबे समय से सहयोगी गोल्डी बराड़ के बीच दरार पड़ चुकी है. अब दोनों की दोस्ती टूट गई. अब ये दोनों अपराधी अपने-अपने रास्ते पर हैं. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और राज्यों की पुलिस के लिए यह खबर खतरे की घंटी है क्योंकि अब एक नहीं बल्कि दो प्रतिस्पर्धी गिरोह ऑपरेशनल हो चुके हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस बंटवारे की जड़ अमेरिका में बैठे लॉरेंस के भाई अनमोल विश्नोई की गिरफ़्तारी से जुड़ा है. बराड़ और रोहित गोदारा ने अनमोल की जमानत प्रक्रिया में ढंग से सहयोग नहीं किया, जिससे लॉरेंस नाराज हो गया. अब अनमोल रिहा तो हो गया लेकिन उसे पैर में ट्रैकर पहनाकर छोड़ा गया है, जिसने लॉरेंस के गिरोह की छवि और ताकत पर सवाल खड़े हो गए.

नए सिंडिकेट, पुराने दुश्मन

बराड़ ने अब अजरबैजान के रोहित गोदारा के साथ गठजोड़ कर लिया है, जबकि बिश्नोई कनाडा में मौजूद काला राणा के भाई नोनी राणा के साथ काम कर रहा है. इसका मतलब है दो नए सिंडिकेट का उदय, जो न केवल एक-दूसरे के खिलाफ ऑपरेट करेंगे, बल्कि वर्चस्व की लड़ाई में निर्दोषों को भी शिकार बना सकते हैं.

NIA के साथ उच्चस्तरीय बैठक

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली पुलिस के साथ इस गंभीर मुद्दे पर हाल ही में बैठक की. एजेंसियों का मानना है कि पुराने नेटवर्क अब नए गुटों में बंटकर काम कर रहे हैं, जिससे ट्रैकिंग और खुफिया विश्लेषण और कठिन हो गया है.

अमेरिका से नोनी राणा की धमकियां

हरियाणा के यमुनानगर से ताल्लुक रखने वाला नोनी राणा, जो कुख्यात गैंगस्टर काला राणा का भाई है, अमेरिका से बिश्नोई के नाम पर वसूली कर रहा है. यह एक नया ट्रेंड है जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैठे अपराधी भारत में अपने गिरोह की गतिविधियां चला रहे हैं, और सुरक्षा एजेंसियां सीमाओं के पार तक पहुंचने में बाधित हैं.

बराड़-गोदारा की नई साजिशें

हाल ही में, बराड़ और गोदारा ने कनाडा के मिसिसॉगा में एक व्यवसायी की हत्या की जिम्मेदारी ली, लेकिन पहली बार बिश्नोई और उसके अन्य साथियों का नाम नहीं लिया. यह बताता है कि दोनों गिरोह अब एक-दूसरे से दूरी बना चुके हैं और अलग-अलग रणनीतियां अपना रहे हैं.

सिद्धू मूसेवाला से सलमान तक: बिश्नोई का खौफ

लॉरेंस बिश्नोई का नाम सिद्धू मूसेवाला और बाबा सिद्दीकी की हत्या के अलावा सलमान खान को दी गई धमकियों में भी सामने आता रहा है. हाल की गोलीबारी घटना ने साफ कर दिया कि बिश्नोई गिरोह आज भी सक्रिय और ख़तरनाक बना हुआ है. अब इसके लिए पुलिस और जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है.

कनाडा की आपत्ति और भारत का खंडन

कनाडा ने भारत पर बिश्नोई गिरोह के साथ मिलकर विदेशी धरती पर आतंक फैलाने का आरोप लगाया है. भारत ने इस दावे को सिरे से खारिज किया है, लेकिन यह विवाद अब एक कूटनीतिक मोड़ भी ले चुका है. इन दो गैंगस्टरों की लड़ाई अब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के दायरे में भी प्रवेश कर चुकी है.

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