कौन है अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला? जिसे कनाडा में किया गया गिरफ्तार, गोल्डी बराड़ गैंग-निज्जर से कनेक्शन
Khalistani terrorist Arsh Dalla: भारतीय खुफिया एजेंसियों के बनाए गए एक डोजियर में अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला को कनाडा में हेडक्वार्टर वाले खालिस्तानी समर्थक लोगों की लिस्ट में शामिल है. वह कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से भी जुड़ा हुआ है.

Khalistani terrorist Arsh Dalla: कनाडा पुलिस ने पिछले महीने हुई गोलीबारी के सिलसिले में खालिस्तानी आतंकवादी और भारत के सबसे कुख्यात अपराधियों में से एक अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला को गिरफ्तार कर लिया है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, अर्श डाला की गिरफ्तारी 27 या 28 अक्टूबर को कनाडा के मिल्टन में हुई, जो एक हालिया गोलीबारी में शामिल था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय खुफिया सूत्रों ने बताया कि अर्श डाला अपनी पत्नी के साथ कनाडा में रह रहा है, जो भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है. इसकी गिरफ्तारी की पुष्टि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने की है.
अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला कौन है?
पंजाब के मोगा जिले के डाला गांव का रहने वाला 27 वर्षीय अर्शदीप सिंह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYS) जैसे चरमपंथी समूहों से जुड़ा हुआ है. वह कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से भी जुड़ा हुआ है.
अर्शदीप अपनी पत्नी और एक नाबालिग बेटी के साथ कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में रह रहे हैं. उनके पास 1 सितंबर, 2017 को जालंधर में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के जारी किया गया पासपोर्ट है, जो 31 अगस्त, 2027 तक वैध है.
अर्शदीप सिंह के खिलाफ मामले
डाला 2020 में सक्रिय हुआ था. वह ज़्यादातर आतंकी फंडिंग, आतंकी मॉड्यूल तैयार करने, सीमा पार से हथियारों की सप्लाई करने और पंजाब भर में खास मर्डर प्लानिंग करने में लगा हुआ था. खुफिया एजेंसियों के बनाए गए डोजियर के अनुसार, डाला का हत्या का रिकॉर्ड मारे गए केटीएफ नेता हरदीप सिंह निज्जर से भी ज्यादा है.
डाला ने निज्जर के साथ मिलकर तीन सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल बनाया, जो 2021 में मोगा में सनशाइन क्लॉथ्स स्टोर के मालिक तेजिंदर उर्फ पिंका की हत्या के लिए जिम्मेदार था. डाला ने कथित तौर पर अपने सहयोगियों राम सिंह उर्फ सोना और कमलजीत शर्मा उर्फ कमल के माध्यम से जनवरी 2021 में जालंधर के फिल्लौर में एक हिंदू पुजारी प्रज्ञा ज्ञान मुनि पर हमले की योजना बनाई थी.
हत्या करने में माहिर है डाला
डाला नवंबर 2020 में बठिंडा में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल की हत्या में भी शामिल था. डाला ने मृतक अपराधी सुखप्रीत सिंह की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी. डाला ने 2021 में गैंगस्टर बिक्रम बरार और कनाडा में रहने वाले गोल्डी बरार के साथ मिलकर 4 सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल बनाया था, जिसका काम खास व्यक्तियों को निशाना बनाना था. इस मॉड्यूल को बिट्टू प्रेमी, शम्मा बदमाश और सिरसा में रहने वाले डीएसएस अनुयायी शक्ति सिंह को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था.
जनवरी 2022 में डाला ने निज्जर के साथ मिलकर चार सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल बनाया था. उन्होंने मोगा के एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल और मोगा में अपराध जांच एजेंसी (CIA) विंग के दो इंस्पेक्टरों को निशाना बनाने की योजना बनाई थी.
हरियाणा में KTF मॉड्यूल
डाला ने 2021 के अंत में गुरजंत सिंह जंट्टी और लखबीर सिंह रोडे के साथ मिलकर हरियाणा में सक्रिय चार सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल बनाया. जनवरी 2022 में उसके सहयोगी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख ग्रीस को चंडीगढ़ से पंजाब से पाकिस्तान में घुसपैठ कराने के लिए बुलाया. डाला ने जनवरी 2022 में 7 सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल की स्थापना की, जिसका उद्देश्य मोहाली स्थित इमिग्रेशन कंसल्टेंट प्रीतपाल सिंह बॉबी को निशाना बनाना था.