चाचा चौधरी बनने चले थे ट्रंप, लेकिन किसी ने नहीं मानी बात और फिर बोले जंग रोकना मेरे लिए गर्व की बात-पढ़ें 10 बड़ी बातें
डोनाल्ड ट्रंप ने चुटकी ली जैसे 'सरपंच चुन लेने' की कोशिश की, लेकिन कोई उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने अंत में पूरे दिन की चर्चित घटनाओं का श्रेय अपने नाम कर लिया. सोशल मीडिया पर यह मज़ाकिया ट्विस्ट तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने ट्रंप की छवि को एक हास्यपूर्ण तरीके से बदल दिया है.

मध्य-पूर्व में जारी ईरान-इज़रायल टकराव ने अब ऐसा मोड़ ले लिया है कि अमेरिका की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब गर्व से एलान किया कि 'सीजफायर लागू है,' तो कुछ घंटों में ही धमाकों ने उस शांति की चादर को तार-तार कर दिया. ईरान और इज़रायल दोनों ने एक-दूसरे पर संघर्षविराम तोड़ने का आरोप लगाया. ट्रंप ने कहा कि 'मैं इज़रायल से खुश नहीं हूं, ईरान से भी नहीं.'
सीजफायर की घोषणा के बाद तेहरान में हुए विस्फोटों में ईरान के टॉप सैन्य अफसरों की मौत ने तनाव को और भड़का दिया, ईरानी सरकार ने साफ किया कि यह सीधा हमला ज़ायनिस्ट शासन द्वारा किया गया है. वहीं, इज़रायली डिफेंस मिनिस्टर ने भी स्वीकारा कि ईरान की ओर से सीजफायर उल्लंघन के बाद जवाबी कार्रवाई की गई है. ट्रंप का कहना है कि अब इज़रायल को संयम बरतना चाहिए और "अपने पायलटों को घर बुला लेना चाहिए.
इस पूरे घटनाक्रम ने ट्रंप की मध्यस्थता की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. दोस्ताना में मिली गद्दारी, युद्ध के मैदान में बदले की भावना और लगातार बदलती रणनीतियां आने वाले दिनों में एक बड़े युद्ध की आहट दे रही हैं या फिर अब सब कुछ शांत हो जाएगा कोई किसी पर हमला नहीं करेगा.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि ईरान और इज़रायल के बीच संघर्षविराम लागू हो गया है. उन्होंने कहा कि अब कोई हमला नहीं होगा और सभी इज़रायली विमान वापस लौट रहे हैं.
- ट्रंप ने कहा कि इज़रायली पायलट वापसी के समय ईरान को 'फ्रेंडली प्लेन वेव' देंगे. उनका यह बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ और शांति संदेश की तरह प्रचारित किया गया.
- व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा कि दोनों देश इतने लंबे समय से लड़ रहे हैं कि अब खुद को भी नहीं समझ पा रहे। उन्होंने इसे 'गड़बड़झाला' करार दिया और कड़ा रुख अपनाया.
- ट्रंप ने इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन कर कहा – 'अब हमला मत करो और पायलटों को वापस बुलाओ. इसके बाद इज़रायल ने अगले हमले रोकने की घोषणा की.
- ईरान ने कहा कि उसने सीजफायर योजना को औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है, लेकिन इज़रायल को 'रोकने' में कामयाब रहा है. साथ ही मिसाइल हमले से भी इनकार किया.
- ट्रंप के मुताबिक, ईरान 12वें घंटे और इज़रायल 24वें घंटे से सीजफायर शुरू करेगा. 12-दिन की जंग को रोकने के लिए यह शांति प्रस्ताव तैयार किया गया था.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यू-टर्न लेते हुए कहा कि वह ईरान में सत्ता परिवर्तन (Regime Change) नहीं चाहते. नाटो समिट के लिए नीदरलैंड रवाना होते वक्त एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि हालात जल्द से जल्द शांत हो जाएं. कुछ दिन पहले उन्होंने ईरानी नेतृत्व बदलने का संकेत दिया था, लेकिन अब उस बयान से पीछे हट गए हैं.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पोस्ट किया, इज़राइल और ईरान दोनों ही समान रूप से युद्ध रोकना चाहते थे! मेरे लिए यह बहुत बड़े सम्मान की बात थी कि मैंने सभी परमाणु ठिकानों और क्षमताओं को नष्ट किया और फिर युद्ध को रोक दिया!"
- इज़राइल ने हालिया सैन्य अभियान में ईरान के कम से कम 14 वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों की टारगेटेड किलिंग की है. इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, यह कदम तेहरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम की रीढ़ तोड़ने के लिए उठाया गया.
- फ्रांस में इज़राइली राजदूत जोशुआ ज़ारका ने कहा कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य ईरान की परमाणु क्षमता को नेतृत्व से ही खत्म करना था.