क्या ईरान के खिलाफ सीधे युद्ध में शामिल होगा अमेरिका? अबतक करीब 600 लोगों की मौत- Updates
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के 'जंग शुरू होती है' वाले ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं. इजराइल ने जवाबी हमला करते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. अमेरिका भी युद्ध में कूदने की तैयारी में है. ट्रंप ने ईरान को चेताया और ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की मांग की है.

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में लिखा, "जंग शुरू होती है. हम आतंकी यहूदी शासन को कड़ा जवाब देंगे." इस बयान के कुछ देर बाद ही ईरान ने इजराइल की ओर 25 मिसाइलें दाग दीं. यह पहली बार है जब ईरान ने इतनी स्पष्टता से युद्ध की घोषणा की है. बीते 5 दिनों से दोनों देशों के बीच जारी हिंसक संघर्ष अब खुले युद्ध में तब्दील हो चुका है. अमेरिका के शामिल होने की अटकलों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से लौटते ही व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ आपात बैठक की. बैठक के बाद मिडिल ईस्ट में और ज्यादा फाइटर जेट्स भेजे गए हैं. वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने टीवी पर बयान देकर बताया कि उन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर "लक्षित सैन्य ऑपरेशन" शुरू किया है. अब यह महज क्षेत्रीय संघर्ष नहीं रहा, बल्कि वैश्विक युद्ध की आहट बन गया है.
युद्ध को लेकर अब तक की 10 बड़ी बातें
- खामेनेई का एलान, जंग की शुरुआत: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने X पर पोस्ट करते हुए कहा, “जंग शुरू होती है.” इसके कुछ ही देर बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं, जिनमें फत्ताह-1 हाइपरसोनिक मिसाइलें भी शामिल थीं.
- व्हाट्सऐप करें डिलीट: खामेनेई ने ईरान के नागरिकों से कहा है कि आप सभी व्हाट्सऐप को डिलीट कर दें.
- मानवाधिकार समूहों का दावा: वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स समूह ने दावा किया है कि ईरान में अब तक 585 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1,326 लोग घायल हुए हैं.
- ईरान सरकार के मुताबिक 224 मौतें: आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक ईरान में 224 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 70 महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
- इजराइल ने लॉन्च किया “लक्षित सैन्य ऑपरेशन”: पीएम नेतन्याहू ने टीवी संबोधन में कहा कि ईरान की परमाणु क्षमताओं को रोकने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. तीन बड़े परमाणु ठिकानों पर हमले की पुष्टि की गई है.
- ट्रंप का बयान और चेतावनी: डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को खामेनेई का ठिकाना पता है, लेकिन “अभी” उसे नहीं मारा जाएगा. साथ ही, उन्होंने ईरान से 'बिना शर्त आत्मसमर्पण' की मांग की.
- अमेरिका युद्ध में उतरने की तैयारी में: ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ 90 मिनट लंबी बैठक की और संकेत दिए कि अमेरिका ईरान पर हमले में इजराइल का साथ दे सकता है.
- फोर्डो परमाणु ठिकाना बन सकता है लक्ष्य: अमेरिकी रणनीतिकारों के मुताबिक, ईरान की फोर्डो परमाणु सुविधा युद्ध का संभावित निशाना है, जिसे ध्वस्त करने की क्षमता सिर्फ अमेरिका के पास है.
- तेल अवीव और यरूशलम पर भी हमले: ईरान की मिसाइलें सीधे इजराइल की राजधानी और प्रमुख शहरों की ओर दागी गईं, जिससे नागरिक क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है.
- जी-7 देशों ने तनाव खत्म करने की अपील की: कनाडा में चल रहे G-7 शिखर सम्मेलन में देशों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चिंता जताते हुए युद्ध रोकने की अपील की, लेकिन अब हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं.
- ईरानी मीडिया के हवाले से रॉयटर्स ने बताया है कि इजरायल ने तेहरान के पूर्वी बाहरी इलाके में स्थित इमाम हुसैन विश्वविद्यालय को अपने हालिया हवाई हमलों में निशाना बनाया है. यह हमला उस समय हुआ है जब ईरान और इजरायल के बीच सैन्य तनाव चरम पर है.
- ईरान-इजराइल युद्ध के बीच अमेरिका ने यरुशलम स्थित अपने दूतावास को तीन दिनों के लिए बंद करने का फैसला किया है. बुधवार से शुक्रवार तक दूतावास पूरी तरह से बंद रहेगा. अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी सुरक्षा अलर्ट में कहा गया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.