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अब कैसी है म्यांमार की स्थिति? मृतकों की संख्या 1700 के पार; वायरल वीडियो में दिखा भयावह मंजर

म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई, जिसमें 1,700 से अधिक लोग मारे गए और 3,400 से ज्यादा घायल हुए. भूकंप का असर बैंकॉक और चीन तक महसूस किया गया. कई इमारतें ढह गईं, बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हैं. आफ्टरशॉक्स से स्थिति और बिगड़ रही है. टोंगा और थाईलैंड में भी झटके महसूस किए गए, जिससे सुनामी की चेतावनी जारी हुई.

अब कैसी है म्यांमार की स्थिति? मृतकों की संख्या 1700 के पार; वायरल वीडियो में दिखा भयावह मंजर
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 31 March 2025 6:45 AM

म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें अब तक 1,700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 3,400 से अधिक घायल हुए हैं. इस भूकंप का असर बैंकॉक और चीन के कई प्रांतों तक महसूस किया गया. कई इमारतें धराशायी हो गईं, जिससे सैकड़ों लोग मलबे में दब गए. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, इस आपदा में मरने वालों की संख्या 10,000 से अधिक हो सकती है.

भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में स्थित था, जिससे मांडले और आसपास के इलाकों में जबरदस्त नुकसान हुआ. बैंकॉक में एक निर्माणाधीन इमारत गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं. स्थानीय प्रशासन और राहत दल मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. भूकंप के बाद आए 6.7 तीव्रता के झटकों ने और अधिक नुकसान पहुंचाया.

राहत और बचाव कार्य जारी

भूकंप के बाद प्रभावित इलाकों तक सहायता पहुंचाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है. इरावदी नदी पर एक प्रमुख पुल के ढहने से कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है. इस विनाशकारी आपदा के मद्देनजर म्यांमार सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, जिसके बाद विभिन्न देशों से राहत दल म्यांमार पहुंचने लगे हैं. यह भूकंप ऐसे समय में आया है जब देश पहले से ही राजनीतिक अस्थिरता और गृहयुद्ध से जूझ रहा है.

वायरल हुआ भयावह वीडियो

भूकंप के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक खिड़की साफ करने वाला कर्मचारी ऊंची इमारत से लटकता नजर आ रहा है. वह अपने सुरक्षा कवच से बंधा हुआ था और इमारत के तेज झटकों के कारण पेंडुलम की तरह झूल रहा था. यह वीडियो भूकंप के भयावह प्रभाव को दर्शाता है और इस आपदा की गंभीरता को उजागर करता है.

बार-बार आ रहे झटकों से बढ़ी चिंता

30 मार्च को भी म्यांमार के मांडले के पास 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिससे झटकों का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को आए मुख्य भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक्स महसूस किए गए, जिससे पहले से ही क्षतिग्रस्त इमारतों को और नुकसान पहुंचा. वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में और झटके आ सकते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है.

टोंगा में भी महसूस किए गए झटके

म्यांमार और थाईलैंड में तबाही मचाने के बाद, टोंगा के पास भी 7.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. प्रशांत महासागर सुनामी चेतावनी केंद्र ने टोंगा और आसपास के क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। हालांकि, अब तक वहां किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है. टोंगा, जो प्रशांत महासागर में स्थित 171 द्वीपों का समूह है, भूकंप और सुनामी के लिए अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है.

भविष्य में भूकंप से बचाव के प्रयास

इस विनाशकारी भूकंप ने एक बार फिर दिखाया है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयारियों में सुधार की जरूरत है. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में इमारतों की मजबूती, बेहतर आपदा प्रबंधन और समय पर राहत कार्यों की अहमियत बढ़ गई है. वैज्ञानिक और आपदा प्रबंधन एजेंसियां भविष्य में भूकंप के प्रभाव को कम करने के लिए नई तकनीकों पर काम कर रही हैं, ताकि इस तरह की त्रासदियों से होने वाले जान-माल के नुकसान को रोका जा सके.

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