कनाडा में हिंदुओं को सांसद और पत्रकारों का मिला सपोर्ट, खालिस्तानियों के खिलाफ खोला मोर्चा
ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत का एक समुदाय कनाडा की धरती पर दूसरे समुदाय पर हमला किया. इस हमले को लेकर विदेश मंत्रालय, पंजाब के मुख्यमंत्री, पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेता विरोध दर्ज करवा चुके हैं. साथ ही कनाडा के सांसदों और पत्रकारों ने भी विरोध जताया है.

कनाडा के ब्रैम्पटन में हिन्दू मंदिर में हिंसक झड़प हो गई. इसमें कई लोग घायल हो गए. इस हमले के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. मंदिर के बाहर लोगों का जमावड़ा जुटा और उन्होंने खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ हंगामा किया. ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत का एक समुदाय कनाडा की धरती पर दूसरे समुदाय पर हमला किया.
इस हमले को लेकर विदेश मंत्रालय, पंजाब के मुख्यमंत्री, पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेता विरोध दर्ज करवा चुके हैं. साथ ही कनाडा के सांसदों और पत्रकारों ने भी विरोध जताया है. आइये जानते हैं कि कनाडा के सांसदों ने क्या कहा?
खालिस्तानियों ने रेड लाइन पार कर दी
कनाडा के सांसद चंद्रा आर्या ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि कनाडा में खालिस्तानियों ने आज रेड लाइन को पार कर लिया है. ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के अंदर हिंदू-कनाडाई भक्तों पर खालिस्तानियों द्वारा किया गया हमला दिखाता है कि कनाडा में खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद कितना गहरा और निर्लज्ज हो गया है.
मुझे लगने लगा है कि कनाडा के राजनीतिक तंत्र के अलावा खालिस्तानियों ने हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों में भी प्रभावी ढंग से घुसपैठ कर ली है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' के तहत खालिस्तानी चरमपंथियों को कनाडा में खुली छूट मिल रही है. जैसा कि मैं लंबे समय से कहता आ रहा हूं, हमारे समुदाय की सुरक्षा के लिए हिंदू-कनाडाई लोगों को आगे आकर अपने अधिकारों का दावा करना होगा और राजनेताओं को जवाबदेह बनाना होगा.
हमले ने सारी सीमाएं लांघ दी
कनाडा में हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर कनाडाई पत्रकार डेनियल बॉर्डमैन ने कहा, "हाल ही में हुआ हमला भयावह है, इसने नई सीमाएं लांघ दी हैं. इस देश में हिंदू श्रद्धालुओं पर दिनदहाड़े हमले का यह पहला मामला है. पुलिस की ओर से जो कार्रवाई हुई वो काफी निंदनीय था. इस घटना को पूरी तरह से रोका जा सकता था. हमने हमेशा से कनाडा में देखा है कि पुलिस उन लोगों पर ही कानून लागू करती है जहां के लोग इसे सुनने की ज्यादा संभावना रखते हैं."
हिन्दू मंदिर में हिंसा पूरी तरह अस्वीकार्य
कार्लटन के सांसद पियरे पोइलिवरे ने लिखा कि ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में पूजा करने वालों को निशाना बनाकर की गई हिंसा पूरी तरह से अस्वीकार्य है. सभी कनाडाई लोगों को शांति में अपने विश्वास का पालन करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए. कंज़र्वेटिव्स इस हिंसा की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. मैं अपने लोगों को एकजुट करूंगा और अराजकता खत्म करूंगा.
खालिस्तानियों का अड्डा बना कनाडा
टोरंटो के सांसद केविन वुओंग ने लिखा कि हिंदू कनाडाई लोगों पर हमला देखना चिंताजनक है. खालिस्तानी चरमपंथियों से लेकर आतंकवादी गुटों तक कनाडा एक सुरक्षित जगह बन गया है. हमारे नेता हिंदुओं की रक्षा करने में विफल हो रहे हैं क्योंकि उनके पास ईसाई और यहूदी कनाडाई हैं. हम सभी शांति से पूजा करने के पात्र हैं.