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कौन हैं चंडीगढ़ की हरमीत ढिल्लों, जिन्हें ट्रम्प ने बनाया सहायक अटॉर्नी जनरल?

Trump2.0: ट्रम्प ने भारतीय मूल की हरमीत ढिल्लों को लॉ डिपार्टमेंट में नागरिक अधिकारों के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना है. डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "मुझे अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में हरमीत के ढिल्लों को नामित करते हुए खुशी हो रही है."

कौन हैं चंडीगढ़ की हरमीत ढिल्लों, जिन्हें ट्रम्प ने बनाया सहायक अटॉर्नी जनरल?
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( Image Source:  @HinduAmericans )

Who Is Harmeet Dhillon: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टीम में एक और भारतीय को जगह मिल गई है. ट्रम्प ने भारतीय मूल की हरमीत ढिल्लों को लॉ डिपार्टमेंट में नागरिक अधिकारों के लिए असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट की, जिसमें हरपीत ढिल्लों को दी गई जिम्मेदारी के बारे में एलान किया. ट्रम्प ने ढिल्लों की तारीफ की. इससे पहले ट्रम्प डॉ. जय भट्टाचार्य, विवेक रामास्वामी और काश पटेल को अपने कैबिनेट में हिस्सा बनाने की घोषणा कर चुके हैं. अब इसमें हरपीत ढिल्लों का नाम भी शामिल हो गया है.

ट्रम्प ने की ढिल्लों की तारीफ

डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "मुझे अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में हरमीत के ढिल्लों को नामित करते हुए खुशी हो रही है." उन्होंने कहा, "अपने पूरे करियर के दौरान, हरमीत ने हमारी बहुमूल्य नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए लगातार आवाज उठाई है, जिसमें हमारी मुक्त अभिव्यक्ति को सेंसर करने के लिए बड़ी तकनीक का सामना करना, उन ईसाइयों का प्रतिनिधित्व करना जिन्हें COVID के दौरान एक साथ प्रार्थना करने से रोका गया था, और उन निगमों पर मुकदमा करना जो अपने श्रमिकों के खिलाफ भेदभाव करने के लिए जागरूकता नीतियों का उपयोग करते हैं."

ट्रंप ने कहा, "हरमीत देश के शीर्ष चुनाव वकीलों में से एक हैं, जो यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ रही हैं कि सभी और केवल कानूनी वोटों की गिनती की जाए. वह डार्टमाउथ कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया लॉ स्कूल से स्नातक हैं और यूएस फोर्थ सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में क्लर्क हैं." ट्रम्प ने आगे लिखा कि "हरमीत सिख धार्मिक समुदाय की एक सम्मानित सदस्य हैं. न्याय विभाग में अपनी नई भूमिका में, हरमीत हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षक होंगी और हमारे नागरिक अधिकारों और चुनाव कानूनों को निष्पक्ष और दृढ़ता से लागू करेंगी."

हरमीत ढिल्ल ने किया पोस्ट

ट्रम्प की घोषणा के बाद, ढिल्लन ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, " मैं हमारे देश के नागरिक अधिकार एजेंडे में सहायता करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प के नामांकन से बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं. हमारे महान देश की सेवा करने में सक्षम होना मेरा सपना रहा है, और मैं पाम बॉन्डी के नेतृत्व वाली वकीलों की एक अविश्वसनीय टीम का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित हूं." "मैं काम पर जाने के लिए बेताब हूं!

कौन हैं हरपीत ढिल्लों?

हरपीत ढिल्लों का जन्म 2 अप्रैल 1969 को चंडीगढ़ में हुआ था. दो साल की उम्र में वह अपने परिवार के साथ अमेरिका चली गई थीं. वह उत्तरी कैरोलिना में एक सिख परिवार में पली-बढ़ीं है. फिर वह न्यूयॉर्क चली गईं. उन्होंने डार्टमाउथ कॉलेज से क्लासिकल स्टडीज और अंग्रेजी में डिग्री और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ से ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की. पिछले वर्ष, उन्होंने रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहीं. 2016 में, वह क्लीवलैंड में GOP कन्वेंशन के मंच पर आने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी थीं.

ढिल्लों ने अपना करियर यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स के जज पॉल वी नीमेयर के लिए एक लॉ क्लर्क के रूप में शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने न्याय विभाग, सिविल डिवीजन के संवैधानिक टोर्ट्स सेक्शन में काम किया. वह कमर्शियल केस, रोजगार कानून और चुनाव सहित कानून के कई प्रमुख क्षेत्रों में एक्सपर्ट हैं.

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