50 सालों तक सीरिया पर रहा असद परिवार का राज, मां का वचन ही था 'शासन'; यहां देखें पूरी फैमिली ट्री
Assad Family Tree: सीरिया में तख्तापलट हो चुका है. राष्ट्रपति बशर अल असद को देश छोड़कर रूस में शरण लेनी पड़ी है. असद के परिवार ने 50 साल से भी ज्यादा समय तक सीरिया पर राज किया है. आइए, इस परिवार के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं...

8 दिसंबर 2024... यह तारीख विश्व के इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी. इसी दिन सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार के करीब 50 साल के शासन का अंत हो गया. साथ ही, 2011 से चल रहा गृह युद्ध भी खत्म हो गया. हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद असद देश छोड़कर रूस भाग गए.
असद के पिता हाफिज असद उनके सबसे बड़े भाई बेसिल को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन 1994 में दमिश्क में एक कार दुर्घटना में बेसिल की मौत हो गई. इसके बाद लंदन में नेत्र चिकित्सक के रूप में काम कर रहे असद को वापस सीरिया बुलाया गया. यहां उन्हें सैन्य प्रशिक्षण देकर कर्नल बनाया गया, ताकि वे एक दिन सीरिया पर राज कर सकें.
हाफिज असद ने 30 साल तक सीरिया पर किया राज
बशर अल असद के पिता हाफिज ने 30 साल तक सीरिया पर राज किया. इस दौरान उन्होंने सोवियत शैली की केंद्रीकृत अर्थव्यवस्था बनाने के साथ ही ईरान में शिया नेतृ्त्व के साथ गठबंधन भी बनाया. हाफिज असद ने लेबनान पर सीरियाई वर्चस्व को मजबूत किया और फिलिस्तीनी-लेबनानी उग्रवादी समूहों के साथ एक नेटवर्क भी स्थापित किया.
अस्मा अल-अखरास से की शादी
हाफिज असद की 2000 में मौत हो गई. इसके बाद संसद ने राष्ट्रपति बनने की उम्र सीमा 40 से घटाकर 34 साल कर दी. इससे बशर अल असद राष्ट्रपति बन गए. शुरुआत में वे शांत नजर आते थे. हल्के तुतलाते थे. राष्ट्रपति बनने से पहले वे सीरियाई कम्प्यूटर सोसाइटी के प्रमुख थे. राष्ट्रपति बनने के कुछ महीनों बाद उन्होंने ब्रिटिश मूल की अस्मा अल-अखरास से शादी की. दोनों के तीन बच्चे हैं. ये लोग अरब नेताओं की तरह किसी भव्य भवन की जगह दमिश्क के अबू रुम्मानेह इलाके के एक अपार्टमेंट में रहते थे.
सीरिया की प्रिंसेज डायना हैं अस्मा
अस्मा को सीरिया की प्रिसेंज डायना के रूप में जाना जाता है. उनका जन्म वेस्ट लंदन के एक्टन में हुआ था.उन्होंने क्वींस कॉलेज लंदन से कम्प्यूटर साइंस और फ्रेंच साहित्य में डिग्री हासिल की. उन्होंने हेज फंड विश्लेषक के रूप में भी काम किया था. शादी के समय अस्मा की उम्र 25 साल, जबकि बशर की उम्र 35 साल थी.
जब साल 2005 आया तो चीजें बदलने लगीं. लेबनान में पीएम राफिक हरीरी के हत्या से सीरिया को बड़ा झटका लगा. लेबनान में उस समय सीरिया का नियंत्रण था. आरोप लगाया गया कि इस हत्या के पीछे बशर अल असद का हाथ है. इसका नतीजा यह हुआ कि सीरिया को लेबनान से अपने सैनिकों को वापस बुलाना पड़ा.
बशर अल असद ने अपने परिवार के सदस्यों को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया था. अस्मा को भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिकाएं सौंपी थी. ट्यूनीशिया और मिस्र में 2011 में प्रदर्शनकारियों ने सरकार को अपदस्थ कर दिया, जिसके बाद असद ने कहा कि सीरिया में ऐसा नहीं हो सकता.
13 नवंबर 1970 को सीरिया में हाफिज असद ने किया था तख्तापलट
असद परिवार ने सीरिया पर करीब 50 साल तक शासन किया. हाफिज असद 13 नवंबर 1970 को तख्तापलट कर सत्ता में आए थे. असद की बहन बुशरा को आयरन रेडी कहा जाता है. आइए, इस फैमिली से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में आपको बताते हैं...
माहेर अल-असद (Maher Al-Assad)
बशर अल-असद के छोटे भाई का नाम माहेर अल-असद है. वे 56 साल के हैं. माहेर सीरिया के रिपब्लिकन गार्ड और फोर्थ आर्म्ड डिवीजन की कमान संभालते हैं. इस तरह वे सीरिया की सेना और ईरान के साथ उसके गठबंधन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के तौर पर जाने जाते हैं. उसे सत्ता का क्रूर चेहरा भी कहा जाता है. उसका नाम 1999 में अपने साले आसिफ शौकत की गोली मारकर हत्या करने के मामले में भी जोड़ा गया है. इतना ही नहीं, वह 2005 में लेबनान के पीएम राफिक हरीर की हत्या में भी संदिग्ध है.
अनीसा मखलौफ़ (Anisa Makhlouf)
राष्ट्रपति बशर अल असद की मां अनीसा मखलौफ़ का नाम भले ही ज्यादा चर्जा में न रहा हो, लेकिन असद परिवार के सभी मामलों में अंतिम फैसला उनका ही होता है. सीरियाई विपक्ष की निर्वासित सदस्य वाएल अल-हाफ़िज़ के मुताबिक, कोई भी फैसला असद परिवार के द्वारा सामूहिक रूप से लिया जाता है, लेकिन अंतिम फैसला अनीसा का ही होता है. कुल मिलाकर मां का वचन ही शासन था.
बुशरा अल-असद (Bushra Al-Assad)
बुशरा अल-असद, बशर की इकलौती बहन हैं. उनका जन्म 1960 में हुआ. वह एक फार्मासिस्ट हैं. बुशरा बशर की सचिव भी हैं. उन्होंने 1990 के दशक के मध्य में आसिफ शौकत से शादी की. बुशरा का बशर की पत्नी अस्मा के साथ तनावपूर्ण संबंध रहा है. बुशरा ने लंबे समय तक अस्मा को सीरिया की 'फर्स्ट लेडी' की उपाधि ग्रहण करने से रोके रखा. यह उपाधि वह अपनी मां अनीसा के साथ रखना पसंद करती थीं.
रामी मखलौफ (Rami Makhlouf)
रामी मखलौफ बशर अल-असद के चचेरे भाई हैं. वे सीरिया के लगभग 60 प्रतिशत कारोबार को नियंत्रित करते हैं. उनका जन्म 1965 में हुआ. उन्हें सीरिया का सबसे अमीर आदमी माना जाता है. अमेरिका ने 2008 में राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग करने के लिए उन पर प्रतिबंध लगा दिया था. वहीं, 2011 में यूरोपीय संघ ने उन पर प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए धन मुहैया कराने का आरोप लगाया था. भ्रष्टाचार के लिए बदनाम रामी मखलौफ ने हाल ही में अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा दान करने की योजना की घोषणा की है. उनके भाई हाफिज मखलौफ सीरिया की नागरिक खुफिया सेवा के प्रमुख हैं.
आसिफ शौकत (Asef Shawkat)
जनरल आसिफ शौकत ने 1995 में बशर अल-असद की बहन बुशरा से शादी की. शुरू में असद परिवार ने उसे अस्वीकार कर दिया था. हालांकि, बाद में उसने परिवार का विश्वास जीत लिया और बशर अल असद के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए. आसिफ ने जल्दी ही सेना में तरक्की की. उसने पहले उप सैन्य खुफिया प्रमुख और बाद में 2005 तक सैन्य खुफिया प्रमुख के रूप में काम किया. अंतरराष्ट्रीय विवादों का सामना करने के बावजूद, उसे 2008 में डिप्टी चीफ-ऑफ-स्टाफ़ के रूप में फिर से नियुक्त किया गया. उसका नाम माहेर अल-असद के साथ 2005 में लेबनान के प्रधानमंत्री राफिक हरीरी की हत्या से भी जुड़ा रहा.