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'बम ऐसे घुसा जैसे मक्खन में चाकू', ट्रंप ने बताया अमेरिका ने ईरान के फोर्डो में कैसे किया हमला

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिकी B-2 स्टेल्थ फाइटर विमानों ने ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमला किया और बंकर-बस्टर बम 'मक्खन में चाकू' की तरह अंदर घुस गए. उन्होंने कहा कि यह हमला बिना पूर्व चेतावनी के किया गया और इससे ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम तबाह हो गया.

बम ऐसे घुसा जैसे मक्खन में चाकू, ट्रंप ने बताया अमेरिका ने ईरान के फोर्डो में कैसे किया हमला
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 29 Jun 2025 11:47 PM

अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अब अपने चरम पर पहुंच चुका है. हाल ही में अमेरिका के B-2 स्टेल्थ फाइटर विमानों ने ईरान की तीन अहम परमाणु साइट्स पर ज़बरदस्त हमला किया, जिनमें फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान शामिल हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को 'पूरी तरह खत्म' कर दिया है.

ट्रंप ने FOX News को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमलों में उपयोग किए गए बंकर बस्टर बम इतनी ताकतवर थे कि फोर्डो की पहाड़ी सुरक्षा भी उन्हें नहीं रोक सकी. इस बयान के बाद वैश्विक राजनीति में हलचल मच गई है.

'बम ऐसे घुसे जैसे मक्खन में चाकू'- ट्रंप का बड़ा दावा

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, वे (ईरान) उस जगह का रास्ता सील करने की कोशिश कर रहे थे, जहां से बम अंदर जा सकता था. लेकिन वह बम अंदर ऐसे चला गया जैसे मक्खन में चाकू. उन्होंने बताया कि यह हमला फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान जैसे तीन बड़े न्यूक्लियर स्थलों पर 22 जून को किया गया था. विशेष रूप से फोर्डो को ईरान की सबसे सुरक्षित और गुप्त न्यूक्लियर साइट माना जाता है, जो पहाड़ के अंदर स्थित है और जिसे एयरस्ट्राइक से बचने के लिए बनाया गया था.

'हज़ारों टन पत्थर में बदल दिया फोर्डो को'

अमेरिका द्वारा किए गए हमले में GBU-57 बंकर बस्टर बम और टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था. ट्रंप ने कहा कि फोर्डो अब बस हज़ारों टन पत्थरों में तब्दील हो चुका है. इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया कि हमले से पहले वहां से यूरेनियम नहीं हटाया गया था, जैसा कि कुछ इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स ने कहा था.

ईरान को कोई चेतावनी नहीं दी गई थी. ट्रंप ने कहा कि यह ऑपरेशन अत्यंत खतरनाक और गोपनीय था. ये करना बहुत मुश्किल और खतरनाक था. हम बहुत कम नोटिस पर गए, ताकि ईरान को हमारी जानकारी न मिल सके. उन्होंने यह भी जोड़ा कि ईरान को यूरेनियम संवर्धन रोकने की अंतिम चेतावनी दी गई थी, लेकिन जब उन्होंने नहीं मानी तो अमेरिका ने यह कार्रवाई की.

"ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम दशकों पीछे चला गया'

ट्रंप का कहना है कि यह स्ट्राइक ईरान के परमाणु कार्यक्रम को दशकों पीछे ले गया है. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने कहा है कि ईरान कुछ महीनों में यूरेनियम संवर्धन फिर से शुरू कर सकता है.

कनाडा से व्यापार और TikTok को लेकर भी ट्रंप का बयान

FOX News के 'Sunday Morning Futures' कार्यक्रम में ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापार वार्ता तब तक बंद रहेगी, जब तक कि कनाडा कुछ करों को समाप्त नहीं करता. साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका में TikTok को लेकर जल्द निर्णय लिया जाएगा और एक “अत्यंत अमीर लोगों का समूह” इसे खरीदने के लिए तैयार है. मैं अगले दो हफ्तों में उनके नामों की घोषणा करूंगा.

डोनाल्ड ट्रंपईरान इजरायल युद्ध
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