Epstein Files विवाद के बीच भारतीय आयुर्वेद का क्यों हुआ जिक्र, अमेरिकी अय्याश स्वदेशी चिकित्सा के किस कला पर हुए फिदा?
Epstein Files विवाद के बीच भारतीय आयुर्वेद का जिक्र सामने आना चौंकाता है. सवाल उठता है कि वेस्ट की हाई-प्रोफाइल एलिट और अय्याश नेटवर्क आखिर आयुर्वेद की किस ‘स्वदेशी चिकित्सा कला’ के दीवाने थे? क्या ये केवल हेल्थ ट्रेंड था या ऐश-ओ-आराम या इसका सेक्स पावर से जुड़ा कोई गहरा कनेक्शन है! आप भी पढ़ें पूरी कहानी.
अमेरिका की सत्ता, सेलिब्रिटी और सेक्स-स्कैंडल की परतें खोलने वाली Epstein Files की चर्चा दुनिया भर में जारी है. जब फेमस हस्तियों के मन पसंद शौक जुड़ी फाइल सामने आई तो सभी चौंक गए. यहां तक की नामचील लोग भी. दुनिया का ध्यान सत्ता और अपराध के खतरनाक गठजोड़ से जुड़े इस खेल के प्रति एक बार फिर आकर्षण पैदा कर दिया है. इस सनसनीखेज विवाद के बीच एक ऐसा नाम भी उभरा, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो. वो भारतीय आयुर्वेद की चिकित्सा कला, जिसका जिक्र एपस्टीन फाइल्स में भी है.
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दरअसल, वेस्ट के जिन ताकतवर और अय्याश के चेहरों पर नाबालिग शोषण, सेक्स ट्रैफिकिंग और लग्जरी लाइफस्टाइल के आरोप लगे, वही लोग निजी तौर पर भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति से जुड़ी कुछ खास विधाओं के मुरीद थे. Epstein के निजी नेटवर्क, द्वीप और हाई-एंड रिट्रीट्स में सिर्फ महंगी वाइन और प्राइवेट जेट्स ही नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक थेरेपी, हर्बल ट्रीटमेंट और तथाकथित ‘वाइटलिटी बूस्टिंग’ प्रक्रियाओं की भी चर्चा है.
सवाल ये है कि क्या वेस्ट की एलिट ने आयुर्वेद को सचमुच स्वास्थ्य विज्ञान के तौर पर क्यों अपनाया? या फिर इसे कामेच्छा, ऊर्जा और ऐशपरस्ती को बढ़ाने वाले एक ‘एक्सोटिक टूल’ के रूप में इस्तेमाल किया? Epstein Files के इशारों में छुपी यही कड़ी अब भारतीय चिकित्सा पर वैश्विक बहस को नया मोड़ दे रही है.
हाल ही में जारी एपस्टीन फाइलों में जेफरी एपस्टीन से जुड़े हजारों दस्तावेज शामिल हैं, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा साइन किए गए एक कानून के बाद जारी किए गए हैं. अमेरिका के डिपार्टमेंट आफ जस्टिस की ओर से जारी की गई एपस्टीन फाइलों में मसाज तकनीकों और भारत के आयुर्वेद का जिक्र है. अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को दोषी यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से जुड़े हजारों दस्तावेज सार्वजनिक किए, पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा साइन किए गए एक बिल के बाद जिसमें 30 दिनों के भीतर उन्हें जारी करने का आदेश दिया गया था.
इस वजह से है आयुर्वेदिक चिकित्सा का जिक्र?
विभाग द्वारा जारी किए गए सबूतों में मसाज और डिटॉक्सिफिकेशन के लिए आयुर्वेदिक तरीकों के इस्तेमाल से संबंधित सामग्री शामिल है. फाइल्स के एक दस्तावेज में कहा गया है कि 'पश्चिम में कई प्रैक्टिशनर अब भारत की प्राकृतिक उपचार की इस 5,000 साल पुरानी प्रणाली के आधार पर मसाज और अन्य उपचार दे रहे हैं." फाइलों में 'द आर्ट ऑफ गिविंग मसाज' शीर्षक वाले लेख भी शामिल हैं, जो आयुर्वेदिक परंपरा में निहित डिटॉक्सिफिकेशन उपचारों के हिस्से के रूप में तिल के तेल के उपयोग पर चर्चा करते हैं.
DOJ की वेबसाइट पर 4000 फाइलें
अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने बदनाम फाइनेंसर और यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी फाइलों का पहला हिस्सा जारी किया. पिछले महीने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा साइन किए गए एक कानून के तहत लंबे समय से इसके जारी होने का लोगों को इंतजार था. एपस्टीन के शक्तिशाली लोगों से संबंधों और अधिकारियों ने उनके अपराधों की जांच कमेटी ने कैसे की, इस पर नई रोशनी पड़ने की उम्मीद है. विभाग की वेबसाइट पर लगभग 4,000 फाइलें दिखाई दीं, जिनमें से अधिकांश तस्वीरें थीं.
एपस्टीन फाइलों में न्यूयॉर्क और यूएस वर्जिन आइलैंड्स में एपस्टीन के घरों की तलाशी के दौरान FBI द्वारा ली गई तस्वीरें, साथ ही कॉल लॉग, कोर्ट रिकॉर्ड और पहले कांग्रेस समितियों के साथ साझा किए गए दस्तावेज शामिल हैं. अधिकांश सामग्री पिछले अदालती मामलों के माध्यम से पहले ही सार्वजनिक रूप से प्रसारित हो चुकी है.
डीओजे (DOJ) ने जांच के दौरान 1,200 से अधिक पीड़ितों और रिश्तेदारों की पहचान की. एपस्टीन से जुड़ी 254 मालिश करने वालों की एक सूची शामिल थी, लेकिन उसे पूरी तरह से एडिट कर दिया गया था. अब जारी हुई फाइलों में जो चीजें जांच के दायरे में आई हैं, वे हैं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की तस्वीरों की श्रृंखला के साथ-साथ दिवंगत पॉप स्टार माइकल जैक्सन के साथ एपस्टीन की एक तस्वीर. ट्रंप की कुछ तस्वीरें भी दिखाई गईं हैं.





