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ट्रंप के शपथ ग्रहण के लिए PM मोदी को क्‍यों नहीं मिला न्‍योता, दोनों नेताओं की बेमिसाल दोस्‍ती को क्‍या हुआ?

डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को शपथ ग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण दिया है, लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नहीं बुलाया है. भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर समारोह में शामिल होंगे. ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि पीएम मोदी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया है या नहीं.

ट्रंप के शपथ ग्रहण के लिए PM मोदी को क्‍यों नहीं मिला न्‍योता, दोनों नेताओं की बेमिसाल दोस्‍ती को क्‍या हुआ?
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( Image Source:  ANI )

Donald Trump Oath Ceremony: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे. उनके शपथ ग्रहण समारोह में कई विदेशी नेताओं को बुलाया गया है, जिनमें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सानारो और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी शामिल हैं. अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी नेता मौजूद रहेंगे.

भारत की तरफ से ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल होंगे. हालांकि, इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह निमंत्रण जयशंकर के लिए था या वे पीएम मोदी की तरफ से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय ने 12 जनवरी को कहा था कि ट्रंप-वांस उद्घाटन समिति के निमंत्रण पर विदेश मंत्री जयशंकर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे.

ट्रंप को दोस्त बताते हैं पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप को अपना दोस्त बताते हैं. जब पिछले साल सितंबर में मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के बुलावे पर क्वॉड समिट में शामिल होने अमेरिका गए थे. तब ट्रंप ने कहा था कि पीएम मोदी से उनकी मुलाकात होगी. हालांकि, प्रधानमंत्री बिना ट्रंप से मिले वापस भारत लौट आए थे.


ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान कई बार मोदी का नाम लिया. सितंबर 2019 में ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे. उस समय दोनों नेताओं ने करीब 50 हजार लोगों को संबोधित किया था. इसी कार्यक्रम में मोदी ने 'अबकी बार ट्रंप सरकार' का नारा दिया था. हालांकि, ट्रंप वह चुनाव हार गए थे.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नहीं भेजा गया निमंत्रण

कहा जा रहा है कि ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में 80 राजनेता शामिल हो सकते हैं. पाकिस्तान, बांग्लादेश और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को निमंत्रण नहीं भेजा गया है. ट्रंप ने शपथ ग्रहण के लिए 200 मिलियन डॉलर फंड जुटाए हैं. दुनिया कई दिग्गज कंपनियों ने फंड दिए हैं. इनमें अमेजन, एप्पल, मेटा,ओपन एआई, माइक्रोसॉफ्ट, बोइंग और गूगल आदि कंपनियां शामिल हैं. जिन लोगों ने 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा फंड दिए हैं, उन्हें 6 पास दिए गए हैं. हालांकि, इसके बावजूद कुछ बड़ी हस्तियों को पास नहीं मिला है.

ट्रंप ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए जुटाए 200 मिलियन डॉलर

बता दें कि ट्रंप ने अपने पहले शपथ ग्रहण समारोह के लिए 107 मिलियन डॉलर जुटाए थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया. ट्रंप ने इस बार 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा फंड जुटाए हैं.


यूएस कैपिटल बिल्डिंग के सामने होगा ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह

ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह वाशिंगटन डीसी में यूएस कैपिटल बिल्डिंग के सामने होगा. शपथ के बाद ट्रंप भाषण भी देंगे. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को हराया था. ट्रंप को 312, जबकि हैरिस को 226 वोट मिले.

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