कोलंबिया में आसमान से गिरी रहस्यमयी गेंद, जानें UFO और एलियंस से क्या है कनेक्शन, वैज्ञानिक ने किए खुलासे...
Colombia News: बुगा शहर में मार्च 2025 में एक रहस्यमय धातु की गेंद धरती पर गिरी. इस रहस्यमय घटना के बाद वैज्ञानिकों और आम जनता में हलचल मच गई है. सब कहने लगे क्या अब भी एलियंस हैं. गेंद के अंदर 18 छोटे मेटल के माइक्रोस्फेयर एक केंद्रीय नाभिक के चारों ओर व्यवस्थित हैं.

Colombia News: धरती पर एलियंस होते थे या हैं. इस तरह की बातें अक्सर चर्चा में रहती है. दुनिया भर के वैज्ञानिक एलियंस की मौजूदगी के बारे में स्टडी करते हैं. फिल्मों में तो कई बार एलियंस के बारे में बताया गया है. अब एक बार फिर एलियंस को लेकर चर्चा होने लगी है. दरअसल कोलंबिया के बुगा शहर में मार्च 2025 में एक रहस्यमय धातु की गेंद धरती पर गिरी.
बुगा शहर में इस रहस्यमय घटना के बाद वैज्ञानिकों और आम जनता में हलचल मच गई है. सब कहने लगे क्या अब भी एलियंस हैं. इस गेंद को लेकर एलियंस की मौजूदगी और अदृश्य प्रौद्योगिकी से जुड़ी अटकलें तेज हो गई हैं. लोग ऐसा कहने लगे हैं कि एलियंस अभी भी हैं.
कैसी है रहस्यमयी गेंद?
- रहस्यमयी गेंद का वजन लगभग 2 किलोग्राम (4.5 पाउंड) वजनी है. यह छूने पर ठंडी महसूस होती है.
- गेंद की सतह पर कोई जोड़ या वेल्डिंग के निशान नहीं हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह मानव निर्मित नहीं है.
- गेंद के अंदर 18 छोटे मेटल के माइक्रोस्फेयर एक केंद्रीय नाभिक के चारों ओर व्यवस्थित हैं.
- गेंद पर प्राचीन प्रतीकों की खुदाई की गई है, जिनमें मेसोपोटामियाई और ओघम लिपियों के समान लक्षण हैं.
क्या बोले वैज्ञानिक?
इस घटना पर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. जोस लुइस वेलाज़्केज ने गेंद की जांच की और पाया कि इसमें कोई वेल्डिंग या जोड़ नहीं है, और इसकी आंतरिक संरचना हाई डेंसिटी वाले तत्वों से बनी है. उन्होंने इसे कृत्रिम मूल यानी Artificial Origin बताया, लेकिन इसके स्रोत की पुष्टि के लिए और जांच की आवश्यकता जताई.
गेंद को संभालने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने महसूस किया कि वह कुछ दिनों तक अस्वस्थ महसूस कर रहा था, और पानी डालने पर वह तुरंत उड़ा जा रहा था. वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ सैन डिएगो की भौतिक विज्ञानी जूलिया मॉसब्रिज ने कहा कि यह एक वास्तव में शानदार कला परियोजना जैसा लग रहा है. एलियंस की प्रौद्योगिकी होने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है.
UFO का रोल तो नहीं?
मॉसब्रिज ने कहा कि जब विभिन्न देशों में ऐसी चीजें पाई जाती हैं, तो अंतर्राष्ट्रीय नियमों को ध्यान में रखना आवश्यक हो सकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि पेशेवरों को इस वस्तु को यूएफओ करार देने से पहले इसकी जांच करनी चाहिए. उनके अनुसार, ऐसी खोजों को गैलीलियो प्रोजेक्ट जैसे समूहों को भेजा जाना चाहिए ताकि वे यह निर्धारित कर सकें कि क्या ये वस्तुएं स्पष्ट रूप से गैर-मानव निर्मित हैं. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.