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ChatGPT भी लेता है Google Search का सहारा, ये है AI सर्च की चमक के पीछे का सच

OpenAI का ChatGPT पारंपरिक Google Search को बदलने का दावा करता रहा है, लेकिन The Information की रिपोर्ट के अनुसार यह अपने उत्तर देने के लिए Google Search डेटा का उपयोग करता है. ChatGPT SerpApi नामक पेड वेब-स्क्रैपिंग टूल के जरिए ताज़ा समाचार, खेल और वित्तीय जानकारी लेता है. हालांकि OpenAI पहले अपने वेब क्रॉलर, Bing और लाइसेंसशुदा डेटा का उपयोग बताता था. विशेषज्ञों के अनुसार, AI सर्च तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन पारंपरिक सर्च अभी भी मजबूत है और Google की बाजार पकड़ बरकरार है.

ChatGPT भी लेता है Google Search का सहारा, ये है AI सर्च की चमक के पीछे का सच
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( Image Source:  Sora AI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 26 Aug 2025 12:04 PM

OpenAI का ChatGPT आज सिर्फ चैटबॉट नहीं रह गया, बल्कि वेब सर्च की दुनिया में भी अपनी पकड़ जमा चुका है. कई लोगों का मानना है कि ChatGPT पारंपरिक Google Search को बदल देगा, लेकिन हालिया रिपोर्ट में पता चला है कि असल में ChatGPT भी Google Search के डेटा पर निर्भर करता है. The Information की रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI अपने AI मॉडल को ताज़ा और वास्तविक समय की जानकारी देने के लिए SerpApi का इस्तेमाल करता है, जो एक पेड वेब-स्क्रैपिंग टूल है. इससे ChatGPT तेजी से बदलते समाचार, खेल और वित्तीय मार्केट से जुड़े सवालों के जवाब दे पाता है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले OpenAI का नाम SerpApi क्लाइंट्स की लिस्ट में था, लेकिन अब वह हटा दिया गया है. वहीं अन्य क्लाइंट्स में Meta, Apple और AI स्टार्टअप Perplexity शामिल हैं. कुछ दिनों पहले OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि वह Google Search का इस्तेमाल अब नहीं करते क्योंकि ChatGPT में बेहतर सर्च क्षमता है. हालांकि यह रिपोर्ट OpenAI के पहले के दावों के विपरीत है, जिसमें कहा गया था कि ChatGPT अपने वेब क्रॉलर, Bing और लाइसेंसशुदा पब्लिशर डेटा का उपयोग करता है.

विशेषज्ञों के अनुसार, ChatGPT का यह बढ़ता प्रभाव पारंपरिक सर्च इंजन की ताकत पर सवाल उठाता है. हालांकि विश्लेषक मानते हैं कि पारंपरिक सर्च अभी भी जीवित है, और Alphabet के मजबूत वित्तीय नतीजे इसके सबूत हैं.

OpenAI के दावे और वास्तविकता

हालांकि, यह रिपोर्ट OpenAI के पिछले दावों के विपरीत है, जिसमें कहा गया था कि ChatGPT अपने खुद के वेब क्रॉलर, Microsoft Bing और लाइसेंसशुदा पब्लिशर डेटा का उपयोग करता है. Google की एंटीट्रस्ट ट्रायल के दौरान, ChatGPT प्रमुख निक टर्ली ने स्वीकार किया था कि OpenAI ने Google से उसके सर्च इंडेक्स तक पहुंच मांगी थी, लेकिन Google ने इसे अस्वीकार कर दिया. टर्ली ने यह भी कहा कि Microsoft Bing में 'महत्वपूर्ण गुणवत्ता समस्याएं' हैं और यह 'अल्पकालीन समाधान' भर है.

ChatGPT का उदय और पारंपरिक सर्च पर प्रभाव

ChatGPT का उदय पारंपरिक सर्च इंजन के लिए एक चेतावनी है. दिसंबर 2022 में लॉन्च होने के बाद से ChatGPT के उपयोगकर्ता संख्या 700 मिलियन प्रति हफ्ते तक पहुंच चुकी है और यह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी वेबसाइट बन चुका है. ChatGPT ने पिछले साल अपनी सर्च सुविधा पेश की, जिससे Google की प्रमुख व्यवसायिक ताकत पर दबाव बढ़ा.

Google इंडेक्स पर ChatGPT की निर्भरता

पूर्व Google इंजीनियर अभिषेक अय्यर दिखा चुके हैं कि ChatGPT Google के इंडेक्स में मौजूद डमी पेज से भी जानकारी निकाल सकता है, जो इसके Google Search पर निर्भर होने का और सबूत है.

पारंपरिक सर्च अभी भी मजबूत

विशेषज्ञ मानते हैं कि हालांकि ChatGPT तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, पारंपरिक सर्च अभी भी खत्‍म नहीं हुआ है. Wedbush Securities के डैन आइव्स ने कहा था कि "सर्च की मौत को अत्यधिक बढ़ा-चढ़ा कर बताया गया है," और Alphabet के मजबूत तिमाही नतीजे Google की स्थिरता का प्रमाण हैं.

उपयोगकर्ता अनुभव और AI सर्च

OpenAI के इस कदम का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि ChatGPT ने उपयोगकर्ताओं के अनुभव को भी बदल दिया है. ChatGPT सीधे सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है, जबकि पारंपरिक सर्च में उपयोगकर्ता को विभिन्न लिंक और पेजों के माध्यम से खुद जानकारी ढूंढनी होती है.

AI सर्च की सीमाएं

तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि AI आधारित सर्च अभी भी कुछ सीमाओं से जूझ रही है. OpenAI ने अपने सिस्टम में Bing और लाइसेंसशुदा पब्लिशर डेटा का उपयोग करने का दावा किया है, लेकिन SerpApi के जरिए Google Search डेटा का इस्तेमाल यह दिखाता है कि AI सिस्टम अभी भी पारंपरिक सर्च इंजन पर काफी हद तक निर्भर हैं.

भविष्य में AI और पारंपरिक सर्च का संतुलन

ChatGPT का यह मॉडल भविष्य में AI और पारंपरिक सर्च इंजन के बीच संतुलन को नया रूप दे सकता है. AI सिस्टम का उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना नहीं है, बल्कि उपयोगकर्ता की क्वेरी के अनुसार सबसे सटीक और ताज़ा जवाब देना भी है.

इस पूरे परिदृश्य को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि AI और पारंपरिक सर्च इंजन के बीच प्रतिस्पर्धा अब तकनीकी विकास, डेटा की उपलब्धता और उपयोगकर्ता अनुभव तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यापारिक रणनीति और बाजार पर भी असर डाल रही है.

टेक न्यूज़
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