बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को क्यों किया तलब? हिंदूओं पर हिंसा के लेटेस्ट UPDATE
Bangladesh summons Indian envoy: बांग्लादेश के युनूस सरकार कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया. प्रणय वर्मा मंगलवार दोपहर बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे और कार्यवाहक विदेश सचिव एम रियाज हमीदुल्लाह से मुलाकात की.

Bangladesh summons Indian envoy: बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने मंगलवार को देश की अंतरिम सरकार के कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह से मुलाकात की, लेकिन ये मुलाकात इसलिए सवालिया घेरे में है, क्योंकि बांग्लादेश में युनूस सरकार वहां लगातार हो रहे हिंदू पर हिंसा रोकने में असफल साबित हो रही है. बल्कि, वो अपनी प्रशासन के जरिए वहां रह रहे हिंदू संत को टारगेट कर रहे हैं.
बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, अगरतला में बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायोग के कैंपस पर प्रदर्शनकारियों की ओर से हमला किए जाने के एक दिन बाद प्रणय वर्मा को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया. भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा शाम चार बजे विदेश मंत्रालय पहुंचे थे.
भारत-बांग्लादेश के बीच बहुआयामी संबंध -प्रणय वर्मा
अपनी मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रणय वर्मा ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापक और बहुआयामी संबंध हैं, जिन्हें एक मुद्दे तक सीमित नहीं किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ एक निरंतर, स्थिर और रचनात्मक संबंध बनाना चाहता है.
बांग्लादेश सहायक उच्चायोग पर हमला
भारत ने 2 दिसंबर को नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग और देश में अपने अन्य राजनयिक परिसरों के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का फैसला किया. इससे पहले दिन में अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग कैंपस में घुसपैठ की घटना हुई थी. भारत ने इस घटना के सिलसिले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया था और 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था.
बांग्लादेश हिंदूओं पर हो रहे हिंसा के लेटेस्ट UPDATE
द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस राष्ट्रीय इकाई का आह्वान करने वाले हैं. यह आह्वान पूर्व इस्कॉन नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद देश में अल्पसंख्यकों पर कथित हमलों की खबरों के बीच आया है, जिन्हें देशद्रोह के आरोप में हिरासत में लिया गया था.
बांग्लादेश में स्थिति अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बढ़ती हिंसा बेहद चिंता का विषय है, जो 25 अक्टूबर को चटगांव में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने और देशद्रोह के आरोप में एक आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद हुई है. इस घटना के बाद लगातार वहां हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है.