हिंदुओं पर अत्याचार को बांग्लादेश ने बताया 'प्रोपेगेंडा', कहा- शेख हसीना का प्रत्यर्पण भारत को करना ही होगा
Mohammad Yunus: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर भारत की चिंताओं को प्रोपेगेंडा करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को शेख हसीना का प्रत्यर्पण करना ही होगा.

Mohammad Yunus Sheikh Hasina: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की खबरें सामने आ रही हैं. भारत ने इस पर चिंता भी जताई, लेकिन बांग्लादेश ने इससे साफ इनकार कर दिया है. अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भारत की चिंताओं को प्रोपेगेंडा करार दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की चिंताओं के पीछे कोई ठोस आधार नहीं है.
मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि हसीना की सरकार ने बांग्लादेश के संवैधानिक और न्यायिक ढांचे को पूरी तरह से नष्ट कर दिया. भारत को हसीना का प्रत्यर्पण करना ही होगा.
'वैधानिक और न्यायिक सुधार के बाद ही होगा आम चुनाव'
युनुस ने कहा कि बांग्लादेश में आम चुनाव तभी होंगे, जब संवैधानिक और न्यायिक सुधार पूरे हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था, शासन, नौकरशाही और न्यायपालिका में व्यापक सुधारों की जरूरत है.
'भारत को ICT का फैसला मानना ही होगा'
मोहम्मद यूनुस ने कहा कि शेख हसीना के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) में मुकदमा चल रहा है. उसका फैसला आने के बाद भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की जाएगी. दोनों देशों के बीच एक अंतरराष्ट्रीय कानून है, जिसके मुताबिक भारत को ICT के फैसले पर अमल करना ही होगा.
शेख हसीना पर लगाए गंभीर आरोप
यूनुस ने हसीना पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की पूरी तरह से अनदेखी की गई. उन्होंने लगातार तीन कार्यकाल तक ऐसी चुनाव प्रक्रिया करवाई, जिसमें मतदाता शामिल नहीं थे. हसीना ने खुद को और अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को निर्विरोध विजेता घोषित किया. उन्होंने एक तानाशाह के रूप में शासन किया था. बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव पैदा हो गया. यह तनाव तब और बढ़ गया, जब पिछले हफ्ते हिंदू पुजारी चिन्मय दास को गिरफ्तार कर लिया गया.