ट्रंप के 'डर' से कनाडा के तेवर पड़े नरम, 7 आपराधिक संगठनों को आतंकवादी सूची में डाला
पहले अमेरिका और अब कनाडा. कनाडा ने लैटिन अमेरिका के आपराधिक संगठनों पर कार्रवाई की है. कनाडा ने 7 संगठनों को आतंकवादी घोषित कर दिया है. कनाडा के इस फैसले से पहले अमेरिका ने भी ऐसा कदम उठाया और आठ संगठनों को आतंकवादी घोषित किया था. वहीं कनाडा का ये कदम फेंटेनल नाम की ड्रग्स की स्पलाई को रोकने के लिए किया गया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कनाडा से फेंटेनाइल नाम की ड्रग सप्लाई को रोकने के कदम उठाया था. राष्ट्रपति ने तस्करी को रोकने के लिए कनाडा पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही थी. हालांकि इसे 4 मार्च तक टाल दिया गया. अमेरिका की इस बात के बाद कनाडा ने ठोस कदम उठाया है और सात अमेरिकी अपराधी संगठनों को आतंकवादी समूह घोषित किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कनाडा ने मेक्सिको के सिनालोआ कार्टेल, जालिस्को न्यू जेनरेशन कार्टेल और ला नुएवा फमिलिया मिचोआकाना को आंतकवादी समूह घोषित किया. यह फैसला इस खतरनाक ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए उठाया गया है. वहीं जारी हुए डेटा के अनुसार सिर्फ 1 प्रतिशत तक फेंटेनाइल पकड़ी जाती है.
इससे होगी ड्रग्स तस्करी को रोकने मदद
जानकारी के अनुसार इस फैसले पर अमेरिकी मंत्री मैकगिनटी ने कहा कि इस कदम से कनाडा से फेंटेनाइल को दूर रखने और अमेरिका में भी फेंटेनाइल को दाखिल होने से रोकने में मदद करेगा. कनाडा के इस फैसले और कदम के बाद इन संगठनों पर एक्शन लिया जाएगा. यानी संपत्ति जब्त की जाएगी. साथ ही बैंक और उनके ब्रोकरेज खातों को फ्रीज किया जाएगा. इस मामले पर कनाडा पुलिस आरसीएमपी का कहना है कि इन कार्टेल्स का जाल कनाडा तक फैल चुका है. कुछ कनाडाई लोग मेक्सिको और दक्षिण अमेरिका में ड्रग्स की तस्करी में शामिल हैं.
संगठन के साथ जुड़े तो लिया जाएगा एक्शन
अमेरिकी बॉर्डर पर पेट्रोलिंग होने वाले आंकड़े ये बताते हैं कि नॉर्थ बॉर्डर से जब्त की गई सभी फेंटेनाइल 1 प्रतिशत से कम पाई जाती हैं. इससे निपटने के लिए कनेडाई अधिकारियों ने अधिक इच्छा जताई है. अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति इन सगंठनों के साथ जुड़ता है या फिर किसी भी एक्टिविटी में सहयोग करता है तो फिर उस पर एक्शन लिया जाएगा. कनाडा ने ये कदम अमेरिका के आठ लैटिन अमेरिकी अपराधी समूह को आतंकवादी घोषित करने के एक दिन बाद हुई है.