बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही दसवीं बार सत्ता में लौट आए हों, लेकिन संपत्ति के मामले में वे अपनी ही कैबिनेट में सबसे पीछे हैं. उनकी कुल घोषित संपत्ति 1.64 करोड़ रुपए के आसपास है. इसके उलट, उनके मंत्रिमंडल में शामिल कई नेता उनसे 20 गुना से भी ज्यादा धनी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, एलजेपी के नेता संजय कुमार सिंह लगभग 45 करोड़ की संपत्ति के साथ बिहार के सबसे अमीर मंत्रियों में शामिल हैं, जबकि बीजेपी के मंत्री रमा निषाद सोने-चांदी और कीमती संपत्तियों के चलते शीर्ष धनी मंत्रियों की सूची में हैं. यह खुलासा बिहार सरकार के भीतर बड़ी वित्तीय असमानता की तस्वीर पेश करता है. यह रिपोर्ट बताती है कि सत्ता की कुर्सी भले ही नीतीश के पास हो, लेकिन आर्थिक ताकत कई और मंत्रियों के हाथों में केंद्रित है. इस असमानता ने राज्य की राजनीति और मंत्रिमंडल के चरित्र पर नया सवाल खड़ा कर दिया है.