कौन हैं उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल, जिनके खिलाफ सड़कों पर जनता; क्या है पहाड़ी vs मैदान मामला?
उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल अपने ही बयानो को लेकर बुरे फंसे. दरअसल विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान वित्त मंत्री ने पहाड़ियों को लेकर एक बयान जारी किया था. इस बयान को लेकर खूब बवाल जारी है. यहां तक की विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में कौन हैं? कुछ MP से आए हैं तो कुछ राजस्थान से. उन्होंने कहा कि आप लोगों को कुमाऊं, गढ़वाल, पहाड़ी और देसी में बांट रहे हैं.

उत्तराखंड विधानसभा में बजट सत्र जारी था. शुक्रवार को जब सत्र में सुनवाई जारी थी तो वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल सदन को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान वित्त मंत्री अग्रवाल और कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट के बीच तीखी बहस हुई. मामला इतना बढ़ा कि अब इसपर विरोध प्रदर्शन होने लगा. इस प्रदर्शन पर रोक लगवाने के लिए मंत्री अग्रवाल को माफी तक मांगनी पड़ गई.
सत्र की कार्रवाई हुई इस दौरान वित्त मंत्री को टोक दिया गया था. कई विधायकों ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री पहाड़ियों के खिलाफ में बोल रहे हैं. अब सवाल ये कि आखिर ऐसा क्या कहा था जिसपर इतना बवाल शुरू हो चुका है. आइए जानते हैं.
सदन में क्या बोले वित्त मंत्री?
उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि था कि उन्हें जवाब देते हुए बीच में रोके नहीं. उन्होंने जब ऐसा कहा उस समय वह पहाड़ी लोगों पर चर्चा कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि 'क्या कभी हमने राज्य के लिए इस तरह की लड़ाई लड़ी थी? क्यों जो बलिदान दिए गए वो सिर्फ इसलिए? इस दौरान सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि पहाड़ों में कौन हैं? कुछ MP से आए हैं तो कुछ राजस्थान से. उन्होंने कहा कि आप लोगों को कुमाऊं, गढ़वाल, पहाड़ी और देसी में बांट रहे हैं. आप वरिष्ठ नेताओं के पास बैठकर व्यंग्यात्मक टिप्पणियां कर रहे हैं. क्या आप सिर्फ़ इसलिए आपत्ति करेंगे क्योंकि मैं अग्रवाल हूं. यह ठीक नहीं है."
मुझे कोई हिचकिचाहट नहीं है
वहीं इसे लेकर इतना बवाल बड़ा जिसपर वित्त मंत्री ने कहा कि मैंने यह बात विधानसभा में भी स्पष्ट की थी कि मैं उत्तराखंड में पैदा हुआ, यहीं रहूंगा, काम करुंगा और मरुंगा भी यही. लेकिन किसी को भी अगर मेरे शब्दों से आहात हुआ है तो मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था. मैं सिर्फ यह कहूंगा कि कि उत्तराखंड का हर नागरिक मेरा परिवार है. अपनी टिप्पणियों के लिए मुझे खेद व्यक्त करने में कोई हिचकिचाहट नहीं.