कौन है सौरभ जिसका दिल्ली बम ब्लास्ट में सामने आया नाम, पाक से लेकर अरब देशों से है कनेक्शन, जानें क्राइम कुंडली
दिल्ली में हुए बम धमाके की जांच एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. एसटीएफ ने हरिद्वार से एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिस पर इस ब्लास्ट से जुड़े होने का शक जताया जा रहा है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार शख्स के तार पाकिस्तान से लेकर अरब देशों तक फैले नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं. सुरक्षा एजेंसियां अब उसके संपर्कों, यात्राओं और डिजिटल गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही हैं, ताकि इस पूरे मामले की असल कड़ी सामने लाई जा सके.
देहरादून की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक मामूली दिखने वाली गिरफ्तारी ने जांच एजेंसियों को झकझोर दिया है. हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र से पकड़ा गया सौरभ नाम का युवक अब दिल्ली लालकिला बम ब्लास्ट केस में अहम कड़ी के रूप में सामने आ रहा है.
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि सौरभ के संबंध पाकिस्तान से लेकर अरब देशों तक फैले हैं. इन देशों में मौजूद कुछ संदिग्ध संपर्कों से उसकी लगातार बातचीत और लेन-देन के संकेत मिले हैं, जिससे माना जा रहा है कि वह किसी बड़े मॉड्यूल का हिस्सा हो सकता है.
ठगी से आतंक तक का सफर
लक्सर के तिलकपुरी इलाके में हुई छापेमारी में एसटीएफ ने सौरभ और उसके साथी आकाश को गिरफ्तार किया. शुरुआती जांच में दोनों पर साइबर ठगी रैकेट चलाने का आरोप था. लेकिन जब अधिकारियों ने सौरभ का मोबाइल खंगाला, तो सामने आए विदेशी नंबरों ने सबको चौंका दिया. पाकिस्तान, बांग्लादेश, सऊदी अरब और इंडोनेशिया से जुड़े आठ मोबाइल नंबर उसके संपर्क सूची में पाए गए, और व्हॉट्सऐप पर कुछ संदिग्ध चैट भी मिले.
अंतरराष्ट्रीय ठगी से एक करोड़ से ज्यादा का फेरबदल
एसटीएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, सौरभ के नाम पर छह बैंक खातों में एक वर्ष में करीब 70 लाख रुपए का लेनदेन हुआ. वहीं, साथी आकाश के तीन खातों में 14 लाख रुपए घूमे. यही नहीं, सौरभ ने अपने माता-पिता और गांव के कुछ लोगों के नाम से भी खाते खुलवाए, जिनसे कुल मिलाकर करीब डेढ़ करोड़ रुपए का टर्नओवर सामने आया. जांच में पता चला कि ये रकम देश के कई राज्यों जैसे तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और पश्चिम बंगाल में हुई ऑनलाइन ठगी से जुड़ी थी.
एसटीएफ को मिला बड़ा सुराग
एसटीएफ के एसआई नरोत्तम बिष्ट द्वारा दर्ज एफआईआर में इन सभी तथ्यों का विस्तार से जिक्र है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सौरभ का विदेशी कनेक्शन केवल ठगी तक सीमित नहीं था. कुछ बातें उसके आतंक नेटवर्क से जुड़ाव की ओर भी इशारा कर रही हैं. इसी आधार पर अब एजेंसियां यह पड़ताल कर रही हैं कि क्या सौरभ का नेटवर्क दिल्ली के लालकिला बम ब्लास्ट की साजिश से जुड़ा हुआ था. लक्सर पुलिस और एसटीएफ इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, ताकि यह साफ हो सके कि साइबर अपराध के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो सक्रिय नहीं है.





