हमारी मदद करो....मनचले शोहदों से तंग आकर नौंवी की छात्रा ने छोड़ा स्कूल, मां ने लिखा सीएम धामी को शिकायत भरा पत्र!
उत्तराखंड के काशीपुर से एक नौवीं की छात्रा का मामला सामने आया जहां उसने रोजाना की छेड़छाड़ से तंग आकर स्कूल जाना ही छोड़ दिया। इससे परेशान पीड़िता की मां ने पहले कानूनी मदद मांगी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अब महिला ने सीएम धामी को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है.
  उत्तराखंड के काशीपुर शहर में एक सरकारी बालिका इंटर कॉलेज की नौवीं कक्षा की छात्रा को रास्ते में परेशान करने वाले एक मनचले लड़के से इतनी तकलीफ हुई कि उसने स्कूल जाना ही बंद कर दिया. लड़की के परिवार वालों का कहना है कि जुलाई महीने में उन्होंने आईटीआई थाने की पुलिस को इस बारे में लिखित शिकायत दी थी, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
लड़की की मां बहुत परेशान हो गईं और उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र लिखा. उस पत्र में उन्होंने न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की चेतावनी तक दे दी. मां ने पत्र में बताया कि उनकी बेटी को उसी कॉलोनी में रहने वाला एक युवक स्कूल आते-जाते समय बार-बार फब्तियां कसता है, अश्लील इशारे करता है और गंदी हरकतें करता है.
आत्महत्या की दे डाली धमकी
इतना ही नहीं, जब परिवार ने लड़की को सुरक्षा के लिए रिश्तेदारों के घर भेजा, तो उस आरोपी युवक ने अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन करके लड़की और उसके रिश्तेदारों को धमकियां देना शुरू कर दिया. पुलिस की कोई मदद न मिलने से तंग आकर लड़की की मां सोमवार को अपनी बेटी को साथ लेकर काशीपुर के नगर निगम कार्यालय पहुंची. वहां उन्होंने महापौर दीपक बाली से मिलकर न्याय की गुहार लगाई और पूरी घटना विस्तार से बताई. महापौर ने उनकी बात सुनी और तुरंत सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) से बात की. इसके बाद महापौर ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें न्याय मिलेगा और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
हो चुकी ऐसी ही घटना
इसी तरह की एक और घटना रुद्रपुर में हुई. वहां ग्राम सम्पतपुर के एक युवक की मौत संदिग्ध हालात में हो गई. कोर्ट के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मृतक के भाई मदनपाल (जो कृपाल सिंह का बेटा है और सम्पतपुर गांव का रहने वाला है) ने बताया कि 3 जून 2025 की शाम को गांव के ही तीन लोग- राजा, गोपी और धर्मा सिंह उसके भाई अजय को घर से बुलाकर ले गए थे. अगले दिन अजय को गांव के पास झाड़ियों में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाया गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान 9 जून को उसकी मौत हो गई. परिवार को शक है कि इन तीनों लोगों ने ही अजय की पिटाई की और उसकी हत्या की. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.





