मसूरी ट्रिप प्लान करने से पहले कर लें ये काम, उत्तराखंड सरकार दे रही रियल टाइम अलर्ट सिस्टम, जानें गाइडलाइन
उत्तराखंड सरकार ने मसूरी जैसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों के लिए रियल टाइम अलर्ट सिस्टम शुरू किया है. प्रदेश सरकार ने पर्यटकों से अपील की है कि भीड़ भाड़ से बचने के लिए पहले से ऑनलाइन सिस्टम का लाभ उठाते हुए पहले रियल टाइम जानकारी हासिल कर लें. फिर बनाएं मसूरी टूर का प्लान. जानिए क्या करना होगा ट्रैवल से पहले और क्या हैं नए नियम.
अगर आप भी मसूरी की वादियों में छुट्टियां बिताने का प्लान बना रहे हैं तो रुकिए... अब वहां जाने से पहले कुछ जरूरी काम करना होगा. जी हां, उत्तराखंड सरकार ने मसूरी और अन्य पर्यटन स्थलों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए एक नई व्यवस्था लागू की है. इस व्यवस्था का नाम है रियल टाइम अलर्ट सिस्टम! इसका मतलब ये है कि अब पर्यटकों को भीड़, मौसम और ट्रैफिक की अपडेट्स पहले से ही मिलेंगी, लेकिन इसके लिए पर्यटकों को एक छोटा-सा स्टेप लेना होगा.
पर्यटकों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
अब मसूरी आने के लिए पर्यटकों का पंजीकरण कराना जरूरी कर दिया गया है. इसके लिए पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन पोर्टल लॉन्च कर दिया है. दरअसल, पर्यटन सीजन में पीक टाइम और लंबे वीकेंड पर मसूरी में बड़ी संख्या में सैलानी उमड़ते हैं. इससे कई बार अव्यवस्था की स्थिति बन जाती है. इस स्थिति से बचने के लिए ही पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की जा रही हैत्र. हालांकि, पीक सीजन और लंबे वीकेंड को छोड़कर पंजीकरण की व्यवस्था में लचीलापन रहेगा.
रियल टाइम डाटा अपडेट होगा
मसूरी में पर्यटकों का दबाव बढ़ने से होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए पर्यटन विभाग विस्तृत योजना पर काम कर रहा है. इसके तहत मसूरी आने वाले लोगों का रियल टाइम डाटा अपडेट किया जाएगा. इसके लिए पर्यटन विभाग मसूरी होटल एसोसिएशन का भी सहयोग ले रहा है. उनको पंजीकरण लिंक उपलब्ध कराकर अपने होटल में आने वाले एवं ऑनलाइन बुकिंग कराने वालों का ब्योरा दर्ज करने को कहा गया है.
इस प्रक्रिया में न सिर्फ होटल, बल्कि होम स्टे, धर्मशाला समेत कई अन्य को भी शामिल किया जाएगा. विभागीय सूत्रों के अनुसार इस व्यवस्था से अभी सिर्फ पर्यटकों को जोड़ने की शुरुआत होगी. इसे अभी बहुत सख्ती से शुरू नहीं किया जाएगा. इससे अगले साल पीक सीजन और वीकेंड पर व्यवस्था बनाई जाएगी.
पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ज्याल के मुताबिक पंजीकरण व्यवस्था लागू होने से पर्यटकों की संख्या का सटीक आकलन होगा. इसके जरिए पर्यटकों के लिए मसूरी में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा सकेगी. उन्हें जाम में नहीं फंसना पड़ेगा. मैकेंजी कंसल्टेशन कंपनी भी मसूरी को लेकर अध्ययन कर रही है. इसके लिए नंबर प्लेट रिकॉर्डर कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. आने वाले समय में भीड़ वाले अन्य पर्यटन स्थलों के लिए भी पंजीकरण की व्यवस्था लागू करने की योजना है.
कहां से कराएं रजिस्ट्रेशन
मसूरी आने के लिए लोगों को पर्यटन विभाग की अधिकृत वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा. यह पंजीकरण आधार कार्ड आधारित होगा. यहां मसूरी यात्रा की तारीख के साथ ठहरने की व्यवस्था की जानकारी दर्ज करनी होगी. इसके बाद आपको एक अलर्ट सिस्टम के जरिए लगातार अपडेट्स मिलती रहेंगी. जैसे कि कहां ज्यादा भीड़ है, कौन सा रास्ता फ्री है, मौसम कैसा रहेगा, आदि.
एनजीटी की सख्ती का साइड इफेक्ट
मसूरी में उमड़ने वाली भीड़ से पैदा हो रही अव्यवस्थाओं और प्रदूषण में बढ़ोतरी को देखत हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सख्ती दिखाई थी. व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने के निर्देश दिए थे. अब इन्हीं निर्देशों के क्रम में व्यवस्थाओं में सुधार को पंजीकरण का पोर्टल लॉन्च किया गया है. अब पर्यटकों को चारधाम यात्रा के लिए पहले पंजीकरण कराना होगा. भविष्य में मसूरी आने वाले डे विजिटर्स के लिए भी अलग से पंजीकरण की व्यवस्था होगी.
प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि बिना रजिस्ट्रेशन के भारी भीड़ की स्थिति में एंट्री रोकी जा सकती है. खासकर वीकेंड, छुट्टियों और फेस्टिव सीजन में यह गाइडलाइन और सख्त होगी. धामी सरकार के इस पहल से न केवल पर्यटकों की यात्रा सुगम होगी, बल्कि स्थानीय प्रशासन को भी भीड़ और ट्रैफिक को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद मिलेगी. पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय लोगों को राहत देने के लिए यह कदम अहम माना जा रहा है.





