Begin typing your search...

मदद के बहाने 65 साल के शख्स ने किया नाबालिग से कार में रेप, भड़की सांप्रदायिक चिंगारी, आरोपी हुआ गिरफ्तार

उत्तराखंड के नैनीताल में उस वक्त सांप्रदायिक लड़ाई छिड़ गई जब एक 65 साल के शख्स ने नाबलिग से मदद की आड़ में बलात्कार की घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव देखने को मिला पथराव के दौरान कुछ दुकानों में तोड़फोड़ हुई और कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की गई.

मदद के बहाने 65 साल के शख्स ने किया नाबालिग से कार में रेप, भड़की सांप्रदायिक चिंगारी, आरोपी हुआ गिरफ्तार
X
( Image Source:  AI Perplexity )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 3 Dec 2025 7:06 PM IST

बुधवार रात नैनीताल में उस समय तनाव का माहौल बन गया जब एक 65 साल के व्यक्ति को नाबालिग लड़की के साथ कथित बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया. घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया, जिसमें बहुसंख्यक समुदाय (Majority community) के लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय (Minority community) की दुकानों पर पथराव और तोड़फोड़ की.

पुलिस के अनुसार, 12 अप्रैल 2025 को एक बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर उस्मान ने कथित तौर पर अपनी कार में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया. उस्मान, पीड़िता के पड़ोस में रहता है. बताया गया है कि आरोपी ने लड़की को पैसे का लालच देकर अपनी कार में बुलाया और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया. लड़की अपने रिश्तेदारों के साथ नैनीताल में रहती है, जबकि उसकी मां उत्तर प्रदेश के संभल में रहती है. घटना के बाद लड़की ने किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन बुधवार को उसने फोन पर अपनी मां को पूरी बात बताई। इसके बाद परिवार ने पुलिस से संपर्क किया.

एफआईआर और गिरफ्तारी

पीड़िता की शिकायत पर, मल्लीताल थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 65(1) और पोक्सो (POCSO) एक्ट की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. FIR दर्ज होते ही आरोपी उस्मान को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि लड़की की मेडिकल जांच हो चुकी है और अब रिपोर्ट का इंतजार है.

भड़की सांप्रदायिक हिंसा

जब यह जानकारी इलाके के लोगों के बीच फैली कि आरोपी अल्पसंख्यक समुदाय से है, तो बहुसंख्यक समुदाय के लोग आक्रोशित हो उठे. लोगों ने पहले मल्लीताल थाना पहुंचकर प्रदर्शन किया और फिर पास के गाड़ी पड़ाव इलाके में जाकर मुस्लिम समुदाय की दुकानों पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव के दौरान कुछ दुकानों में तोड़फोड़ हुई और कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की गई. भीड़ ने जामा मस्जिद के गेट और दीवारों पर भी पत्थर फेंके. हालात बिगड़ते देख पुलिस ने रात 12:30 बजे तक स्थिति को नियंत्रण में ले लिया.

पुलिस का बयान

एसपी जगदीश चंद्रा ने अपने बयान में कहा कि हमने समय रहते स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जो लोग भी हिंसा में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.' चंद्रा ने यह भी बताया कि भीड़ में शामिल लोगों की तस्वीरें और वीडियो फुटेज इकट्ठा की जा रही हैं ताकि उनकी पहचान कर उन पर केस दर्ज किया जा सके. आरोपी को गुरुवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वे सांप्रदायिक शांति बनाए रखने के लिए सतर्क हैं और कानून व्यवस्था को हर हाल में बहाल रखा जाएगा.

अगला लेख