चमोली में हेमकुंड साहिब जाने वाला पुल टूटा, पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण हुआ हादसा
हाल ही में चमोली जिले के माणा क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ, जिसके कारण कई लोग लापता हो गए. अब इस जिले में एक और हादसा हुआ है, जहां हेमकुंड साहिब जाने वाला एक पुल पूरी तरह से टूट गया. पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण यह हादसा हुआ है, जिसके बाद आवाजाही बाधित हो गई है.
उत्तराखंड के चमोली जिले में फिर से आफत आ गई है. जहां हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल टूट गया है. यह पुल पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण पूरी तरह से ढह गया है. इसके कारण पुलना, घांघरिया, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है.
चमोली जिले में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है. वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि 8 मार्च के बाद मौसम में कई बदलाव आ सकते हैं. 4 मार्च को चमोली में मौसम खराब था. जहां बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जैसे ऊंचे इलाकों में बर्फ पड़ी. वहीं, निचली जगहों पर जमकर बारिश हुई. इसके कारण ठंड बढ़ गई है. हालांकि, 11 बजे के बाद धूप निकली लेकिन शाम होते-होते मौसम बदल गया.
कैसा है मौसम
बदरीनाथ में अधिकतम तापमान माइनस आठ है. वहीं, ज्योतिमठ में यह तापमान चार है. इसके अलावा, औली में न्यूनतम तापमान माइनस दो तक पहुंच चुका है. इसके कारण इस जिले में लोग ठंड से परेशान हैं.
आवाजाही हो गई ठप
यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि जब यह हादसा हुआ, तो चारों ओर अंधेरा छा गया था. जितनी देर में समझ आता कि पहाड़ गिरा है, उतने में गोविंदघाट का पुल ढह गया. इसके कारण आवाजाही बाधित हो गई है.
एसडीम ने लिया जायजा
इस घटना के बाद एसडीएम जोशीमठ चंद्र शेखर विशिष्ट ने गोविंदघाट पहुंचकर स्थिती का आकलन किया. यह पुल गोविंदघाट से घांघरिया को जोड़ता था. अब ऐसे में पुल टूटने के बाद स्थानीय लोगों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ेगा.
हेमकुंड साहिब के बारे में
हेमकुंड साहिब एक प्रसिद्ध सिख तीर्थ स्थल है, जो उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है. हेमकुंड साहिब का धार्मिक महत्व विशेष रूप से गुरु गोबिंद सिंह जी से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहां तपस्या की थी और यह स्थान उनके आत्मिक विकास और ध्यान का केंद्र रहा था. यहां एक गुरुद्वारा है, जहां लोग श्रद्धा से माथा टेकने आते हैं.





