अगर आपने मुझपर उंगली भी उठाई तो मेरी मां बीच से फाड़ देगी, विधायक केतकी सिंह की बेटी का Video Viral
लखनऊ में समाजवादी पार्टी महिला मोर्चा के प्रदर्शन के दौरान भाजपा विधायक केतकी सिंह की बेटी विभावरी सिंह ने विरोध प्रदर्शनकारियों को करारा जवाब दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिससे राजनीतिक विवाद बढ़ गया. पढ़ें पूरी खबर में विभावरी के बयान और दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप...
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान विभावरी ने साफ कहा कि उनकी मां यहां नहीं हैं और 16 साल की लड़की को धमकाने से उन्हें डर नहीं लगता. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी ने उस पर उंगली उठाई तो मेरी मां बीच से फाड़ देगी.
विभावरी का बयान हुआ वायरल
विभावरी सिंह के इस बयान ने न केवल प्रदर्शन को नया रंग दिया बल्कि सोशल मीडिया पर भी जोरदार प्रतिक्रिया मिली. कई यूजर्स ने उनकी बहादुरी की प्रशंसा की, जबकि कुछ ने इसे राजनीतिक परिवार की परवरिश का नतीजा बताया. विभावरी का बयान नेताओं और आम जनता के बीच व्यापक चर्चा का विषय बन गया, जिससे प्रदर्शन की सियासी गर्माहट और बढ़ गई.
हिरासत में ली गईं महिलाएं
प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण होती देख पुलिस ने सपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती हिरासत में ले लिया. महिलाओं को पकड़कर गाड़ियों में बैठाया गया और इको गार्डन भेज दिया गया. हिरासत में ली गई महिलाओं ने सरकार पर लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने का आरोप लगाया और लगातार नारेबाजी की. यह कार्रवाई सपा महिला मोर्चा द्वारा लोकतंत्र पर हमला बताया गया.
बहस का केंद्र बना विभावरी का बयान
भाजपा विधायक की बेटी विभावरी सिंह के बयान ने राजनीतिक बयानबाजी को और तेज कर दिया है. विपक्षी दल इसे सत्ता के घमंड की निशानी मानते हैं, जबकि भाजपा समर्थक इसे बेटी की निर्भीकता और साहस बताते हैं. घटना के समय विधायक केतकी सिंह अपने आवास पर मौजूद नहीं थीं, पर इसकी चर्चा व्यापक हुई. सपा नेता नेहा यादव ने इस कार्रवाई को आवाज दबाने की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा परिवार लोकतांत्रिक विरोध को धमकी के रूप में पेश कर रहा है.
केतकी सिंह का अखिलेश यादव पर हमला
बलिया की बांसडीह विधानसभा की भाजपा विधायक केतकी सिंह ने सपा और उसके नेता अखिलेश यादव पर कड़े आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा तो सरकारी टोटियाँ कहाँ चली गईं? उन्होंने कहा कि पहले सपा को टोटियों का हिसाब देना होगा तभी वे कोई सेवा शुरू करने का अधिकार रखेंगे. उन्होंने सपा सरकार के दौरान स्कूलों में गाय और भैंसों को पढ़ाने का भी दावा किया, जो उनके तंज को और तीखा बनाता है.
सियासी गतिरोध के बीच जारी है बहस
भाजपा और सपा के बीच यह विवाद एक बार फिर दोनों दलों के बीच राजनीतिक टकराव को दर्शाता है. विभावरी का बयान और पुलिस की कार्रवाई ने समस्या को और बढ़ा दिया है. नेहा यादव और सपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वर्तमान सरकार लोकतंत्र और विरोध करने के अधिकार को दबाने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा इसे राजनीतिक नाटक करार दे रही है. इस विवाद ने लखनऊ की सियासी हलचल को और गर्म किया है.





