मथुरा में दर्जन भर से ज्यादा बंदरों की मौत से मचा बवाल, जानें क्या है इसका यूक्रेनी साधु से कनेक्शन
मथुरा में दर्जन भर से ज्यादा बंदरों की मौत हो गई. इस बात से गुस्साए ग्रामीण लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. जहां पुलिस ने इस मामले में यूक्रेनी साधु के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

रविवार और सोमवार की सुबहें मथुरा जिले के आन्यौर गांव में भारी सन्नाटा पसर गया, जब वहां एक-एक करके कई बंदरों के निर्जीव शरीर दिखाई देने लगे. दर्जन भर से अधिक बंदरों के शरीर पर एयरगन के घाव के निशान थे. जैसे ही यह खबर फैली धार्मिक संगठनों ने इसे सिर्फ एक वन्यजीव घटना नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था पर हमला कहा.
पुलिस की शुरुआती जांच में एयरगन से हुए घावों की पुष्टि हुई, लेकिन अब बात सिर्फ जांच की नहीं थी. यह आस्था, सुरक्षा और न्याय की मांग का सवाल बन चुकी थी. अधिकारियों ने सभी मृत बंदरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले में पुलिस ने आश्रम के संचालक जानकी दास महाराज और वहां साधु के रूप में रह रहे एक यूक्रेनी नागरिक ब्रज सुंदर दास के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
बंदरों को डराने के लिए एयरगन का यूज
पुलिस पूछताछ में ब्रज सुंदर दास ने बताया कि आश्रम में आए दिन बंदर सामान चुरा ले जाते थे. फल, कपड़े, कभी-कभी पूजा की सामग्री भी. पहले उसने उन्हें डराने के लिए गुलेल का सहारा लिया, लेकिन वह कारगर नहीं हुआ. फिर एक दिन उसने एक एयरगन उठा ली .यह सोचकर कि यह बस एक डराने का तरीका है. उसने कहा कि वह इस बात से अनजान था कि इससे बंदरों की मौत हो सकती है.
होगी फॉरेंसिक जांच
पुलिस ने बरामद की गई एयरगन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह वही हथियार है जिससे दर्जनों बंदरों की जान गई. अब जबकि जांच की परतें खुल रही हैं, श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है.
जानबूझकर बंदरों को बनाया निशाना
गोवर्धन की पावन भूमि पर बंदरों की हत्या की खबर से गांव में हलचल मच गई थी. लेकिन अब यह मामला सिर्फ वन्यजीव क्रूरता तक सीमित नहीं रहा. यह धार्मिक अस्मिता का सवाल बन चुका है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बंदरों को निशाना जानबूझकर बनाया गया.