Begin typing your search...

होली पर खुशियां हुई दोगुनी! जौनपुर में तीन सगी बहनें एक साथ बनीं सिपाही, ऐसे मेहनत कर पाई सफलता

Jaunpur News: जौनपुर में एक परिवार की तीन बेटियों ने सिपाहियों की परीक्षा पास कर ली. तीनों बहनें जौनपुर के महमदपुर अजोशी गांव की रहने वाली हैं. यहां के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय इंद्रपाल चौहान के बेटे स्वतंत्र कुमार चौहान की तीनों बेटियां खुशबू चौहान, कविता चौहान और ,सोनाली चौहान ने एक साथ परीक्षा दी थी. तीनों को एक साथ सेलेक्ट भी हो गईं.

होली पर खुशियां हुई दोगुनी! जौनपुर में तीन सगी बहनें एक साथ बनीं सिपाही, ऐसे मेहनत कर पाई सफलता
X
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 15 March 2025 11:15 AM

Jaunpur News: बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं. उनके पैर घर की चौखट पर पड़ते ही खुशियां ही खुशियां आती हैं. वह घर के काम से लेकर पढ़ाई-लिखाई और करियर में अपने माता-पिता का नाम रौशन करती हैं. उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक परिवार में बेटियों की वजह से खुशियों की बहार आ गई है. शुक्रवार (14 मार्च) को देश भर में धूमधाम से होली मनाई गई, लेकिन इस परिवार की खुशी डबल हो गई. एक साथ तीन बेटियों ने सिपाहियों की परीक्षा पास कर ली.

जौनपुर के ज्यादातर घरों में आईएएस और पीसएस अधिकारी रहते हैं. जिले के कई लोगों के पास सरकारी नौकरी है. अब इनमें तीन सगी बहनों का नाम भी शामिल हो गया है, जिन्होंने इतिहास रच दिया है. हाल ही में तीनों बहनों ने सिपाही भर्ती के लिए परीक्षा दी थी. होली से पहले यूपी पुलिस सिपाही भर्ती का रिजल्ट आया, जिसमें तीनों पास हो गईं और एक साथ सिपाही बनने को तैयार हैं.

सगी बहनें बनी सिपाही

तीनों बहनें जौनपुर के महमदपुर अजोशी गांव की रहने वाली हैं. यहां के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय इंद्रपाल चौहान के बेटे स्वतंत्र कुमार चौहान की तीनों बेटियां खुशबू चौहान, कविता चौहान और ,सोनाली चौहान ने एक साथ परीक्षा दी थी. तीनों को एक साथ सेलेक्ट भी हो गईं. होलिका दहन के दिन परीक्षा के परिणाम की घोषणा हुई, जिससे परिवार की खुशियां डबल हो गई.

तीन बहनों की मेहनत रंग लाई

जौनपुर के कबड्डी एसोसिएशन के सचिव एवं जिला व्यायाम शिक्षक बेसिक शिक्षा रविचंद्र यादव ने कहा कि खुशबू गांव के पास में मेहंदी गंज में खो-खो की तैयारी करती थी. कविता जौनपुर कबड्डी टीम की ओर से यूपी के लिए मैच खेल चुकी है. वहीं सोनाली दौड़ में नेशनल लेवल पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी जौनपुर की ओस से क्रॉस कंट्री रेस में हिस्सा ले चुकी है. तीनों बहनें हमेशा प्रैक्टिस करती हैं और दिन-रात मेहनत करती हैं, इसी का परिणाम हैं कि एक साथ वह सिपाही बन गईं.

तीन बहनों से सिपाही की परीक्षा पास करने से परिवार के साथ गांव वाले भी खुश हैं. लोग मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं. परिवार ने कहा कि तीनों बहनों हमेशा दिल लगाकर मेहनत करती हैं, हमें उन पर बहुत गर्व हैं.

India NewsUP NEWS
अगला लेख