'होली के रंगों से जिन्हें समस्या है, वे देश छोड़ दें', योगी के मंत्री बोले- कुछ नेता एकता नहीं चाहते
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने गुरुवार को गोरखपुर में होली मिलन समारोह में कहा कि जिन लोगों को होली के रंगों से दिक्कत है, उन्हें देश छोड़ देना चाहिए. निषाद ने आरोप लगाया कि कुछ विपक्षी नेता समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उनका यह बयान बिहार के भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के उस विवादित बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय से होली के दौरान घर के अंदर रहने की अपील की थी.

Sanjay Nishad’s Controversial Remark: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने गुरुवार को गोरखपुर में एक 'होली मिलन' कार्यक्रम के दौरान कहा कि जिन्हें होली के रंगों से समस्या है, वे देश छोड़ दें. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ विपक्षी नेता समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
निषाद ने कहा, "लोग शुक्रवार की नमाज के दौरान एक-दूसरे को गले लगाते हैं, और होली मनाते समय भी ऐसा ही करते हैं. दोनों एकता के त्योहार हैं, फिर भी कुछ राजनेता इस एकता को नहीं चाहते. एक विशेष वर्ग को गुमराह किया जा रहा है, और वे भी इस देश के नागरिक हैं. अगर उन्हें रंगों से समस्या है, तो उन्हें सिर्फ घर के अंदर नहीं रहना चाहिए...उन्हें देश छोड़ देना चाहिए."
'घरों को पेंट करते हैं और रंगीन कपड़े पहनते हैं'
योगी के मंत्री ने कहा, "वे कपड़ों को रंगते हैं, अपने घरों को पेंट करते हैं और रंगीन कपड़े पहनते हैं. अगर उन्हें वास्तव में रंगों से समस्या होती, तो वे इन गतिविधियों में कैसे शामिल होते?" उन्होंने आगे कहा, "कुछ लोग दावा करते हैं कि रंग लगाने से उनकी आस्था को नुकसान होता है, फिर भी वे बिना झिझक रंगीन कपड़े पहनते हैं. रंगों के सबसे बड़े व्यापारी इसी समुदाय से हैं."
हरिभूषण ठाकुर बचोल ने क्या कहा था?
संजय निषाद का यह बयान बिहार के भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल के उस विवादित बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय से होली के दौरान घर के अंदर रहने की अपील की थी. बचोल ने कहा था, "मैं मुस्लिमों से अपील करना चाहता हूं कि साल में 52 शुक्रवार होते हैं. इस हफ्ते का शुक्रवार होली के साथ मेल खाता है. इसलिए, उन्हें हिंदुओं को त्योहार मनाने देना चाहिए और अगर उन पर रंग लग जाए तो बुरा नहीं मानना चाहिए. अगर उन्हें इतनी ही समस्या है, तो उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए. यह साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए आवश्यक है."