तलवारें लहराईं, भगवा फहराया... संभल ने पहली बार देखा रामनवमी का ऐसा उत्सव, विहिप की पहली शोभायात्रा ने बटोरी सुर्खियां
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रामनवमी के मौके पर पहली बार शोभायात्रा निकाली गई है. विहिप की ओर से निकाली गई रैली में कार्यकर्ताओं ने तलवार और झंडे भी लहराए. शोभायात्रा को लेकर स्थानीय लोगों में गजब का उत्साह देखा गया. लड़कियों ने इस दौरान तलवारबाजी का करतब भी दिखाया. वहीं, इस दौरान पुलिस बल भी पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहे.

VHP Ram Navami procession in Sambhal : रामनवमी के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पहली बार एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया. इस शोभायात्रा में विहिप कार्यकर्ताओं ने हाथों में तलवारें और झंडे लहराए, जिससे श्रद्धालुओं में अद्वितीय उत्साह देखा गया.
शहर की सड़कों पर निकली इस शोभायात्रा में परंपरा, संस्कृति और आस्था का सुंदर संगम देखने को मिला. युवकों के साथ-साथ युवतियों और महिलाओं ने भी अपने कौशल का प्रदर्शन किया. भगवान राम, हनुमान जी और अन्य देवी-देवताओं की झांकियां इस शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रहीं. जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया.
पुलिस के साथ आरएएफ के जवान भी रहे तैनात
विहिप नेताओं ने इस आयोजन को संभल के गौरवशाली अतीत की वापसी के रूप में देखा और इसे शहर के लिए महत्वपूर्ण बताया. शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, स्थानीय पुलिस के साथ-साथ आरएएफ के जवानों की तैनाती की गई थी, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके.
आठ साल के बच्चे ने किया पुलिस चौकी का उद्घाटन
इसी दिन, शहर में सत्यव्रत पुलिस चौकी का उद्घाटन आठ साल के गुनगुन कश्यप द्वारा किया गया. यह चौकी, शाही जामा मस्जिद के पास स्थित है. इसका निर्माण लगभग 100 दिनों में पूरा हुआ है. चौकी में सैटेलाइट टावर, जिला नियंत्रण कक्ष और सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके. जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यह क्षेत्र मिश्रित आबादी वाला और संवेदनशील है. इसलिए इस चौकी की स्थापना महत्वपूर्ण है.
पिछले साल 24 नवंबर को सर्वे के दौरान हुई थी हिंसा
बता दें कि पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान संभल में हिंसा भड़क उठी थी. इसे देखते हुए पुलिस ने चौकियों का निर्माण करने का प्लान बनाया है. सत्यव्रत पुलिस चौकी का शिलान्यास 28 दिसंबर को किया गया था.