प्लीज मुझे साहिल से मिलवा दीजिए... एक दूसरे के लिए तड़प रहे दोनों, रामचरित मानस मिलते ही रोने लगी मुस्कान
मेरठ जेल में बंद मुस्कान और साहिल, जिन्होंने प्रेम संबंध में मुस्कान के पति सौरभ की नृशंस हत्या की, अब पछतावे और अंधकार में हैं. सांसद अरुण गोविल ने कैदियों को श्रीरामचरित मानस भेंट की, जिससे वे सुधरने की राह अपनाएं. जेल में मुस्कान सिलाई और साहिल सब्जी उगाने का काम सीख रहे हैं, लेकिन उनका परिवार उनसे मिलने को तैयार नहीं.

जेल की सलाखों के पीछे बंद मुस्कान के लिए पश्चाताप का अंधेरा और गहरा हो गया जब उसे श्रीरामचरित मानस हाथ में मिली. उसके आंखों से आंसू आ गए और चेहरे पर ग्लानि साफ़ देखी जा रही थी. यही स्थिति साहिल के साथ भी हुआ. जब उसे रामचरित मानस दिया गया तो उसका गला भर आया. सांसद अरुण गोविल, जो पर्दे पर श्रीराम का किरदार निभा चुके हैं, ने कैदियों के बीच यह ग्रंथ बांटा, जिससे उन्हें सुधार का अवसर मिले. मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल, जिन्होंने मिलकर मुस्कान के पति की निर्मम हत्या की थी, इस पल में भावुक हो गए.
'घर-घर रामायण' अभियान के तहत चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में सांसद ने 1500 श्रीरामचरित मानस वितरित कीं. उन्होंने बंदियों को धर्म और मर्यादा का पाठ पढ़ाने की कोशिश की, ताकि वे एक नई राह चुन सकें. इस दौरान कई कैदी भावुक हो गए और कुछ ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया. सांसद ने हिंदू नववर्ष के अवसर पर कैदियों से संकल्प लेने का आग्रह किया कि वे यहां से निकलने के बाद फिर कभी अपराध का रास्ता न अपनाएं.
मिलने की जिद कर रहे दोनों
मुस्कान और साहिल की जेल में साथ रहने की जिद अधिकारियों के लिए एक नई चुनौती बन गई. पहले उन्होंने एक ही बैरक में रहने की मांग की, जो नियमों के कारण खारिज कर दी गई. अब वे एक-दूसरे से मिलने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन जेल प्रशासन ने इसे भी अस्वीकार कर दिया. मुस्कान ने जेल में सिलाई सीखनी शुरू कर दी है, जबकि साहिल सब्जी उगाने के काम में जुटने वाला है.
हत्या कर ड्रम में कर दिया था सील
मुस्कान और साहिल की कहानी ने समाज को झकझोर दिया है. दोनों ने मिलकर सौरभ की बेरहमी से हत्या कर शव के टुकड़े ड्रम में डालकर सीमेंट से सील कर दिए थे. हत्या के बाद वे हिमाचल प्रदेश में मौज-मस्ती करने चले गए. लेकिन जब मुस्कान ने अपनी मां के सामने इस अपराध का खुलासा किया, तो पुलिस तक बात पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
परिवार ने छोड़ा साथ
अब, जेल में बंद मुस्कान और साहिल के पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचा. मुस्कान की बेटी पीहू उसकी नानी के पास है, लेकिन खुद मुस्कान से मिलने परिवार का कोई सदस्य तैयार नहीं है. साहिल की नानी ही एक बार उससे मिलने आई थी. अपराध की सजा भुगत रहे इन प्रेमियों के लिए जेल ही अब उनकी नई दुनिया बन गई है, जहां वे बीते वक्त और अपने किए की कीमत चुका रहे हैं.