यूपी की अदालत में राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेकर वायरल होने वाला शख्स कौन? जज या वकील, सामने आया ये सच
Rahul Gandhi News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ की एमपी/एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के बाद राहुल गांधी को सशर्त जमानत मिल गई. उसके ठीक बाद से अदालत में राहुल गांधी के साथ एक युवक की सेल्फी वायरल हो रही है. अब सवाल उठ रहे हैं कि फोटो में राहुल गांधी के साथ दिखने वाला शख्स कौन है, कोर्ट रूम में कैसे पहुंचा और क्या उसे इसकी इजाजत थी?

Rahul Gandhi News Update: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना को लेकर दिए गए बयान पर लखनऊ की एमपी/एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के बाद राहुल गांधी को 15 जुलाई को सशर्त जमानत मिल गई. दूसरी तरफ कोर्ट में एक शख्स द्वारा ली गई सेल्फी वायरल हो गई! दावा किया गया कि सेल्फी लेने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि खुद जज साहब हैं, लेकिन फैक्ट चेक में यह गलत साबित हुआ. न्यूज24 ने सेल्फी में दिख रहे शख्स से जब बातचीत के आधार पर बताया कि सेल्फी में दिखने वाला शख्स जज साहब नहीं बल्कि वकील सैयद महमूद हसन हैं.
राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाला कौन?
उत्तर प्रदेश की लखनऊ कोर्ट में राहुल गांधी के साथ सेल्फी क्लिक करने वाले शख्स की पहचान अधिवक्ता Syed Mahmood Hasan के रूप में हुई है, जो बाराबंकी के रहने वाले हैं. साल 2006 से लखनऊ जिला न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे हैं. उन्होंने खुद स्पष्ट किया था कि वे कोर्ट के जज नहीं बल्कि एक वकील हैं और जस्टिस आलोक वर्मा से उनकी कोई पहचान नहीं है.
इस बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी से जुड़े कई नेताओं और समर्थकों ने वायरल फोटो को शेयर कर दिया. इसे बाद कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय की पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “ये वकील साहब हैं, जज साहब नहीं. उन्होंने मालवीय पर तंज करते हुए कहा जरा सूत्र मजबूत करो, दो रुपल्ली के भरोसे कब तक रोजी-रोटी चलाओगे?” फोटो में दिख रहे शख्स का नाम सैयद महमूद हसन है, जो लखनऊ में वकालत करते हैं.
राजनीतिक रंग लेता मामला
यह मामला अब सियासी रंग भी ले चुका है. विपक्षी दलों ने इसे कांग्रेस की कोर्ट के प्रति 'अनुशासनहीनता' बताया, वहीं कांग्रेस समर्थकों ने इसे एक आम कार्यकर्ता की 'भावनात्मक प्रतिक्रिया' करार दिया है.
राहुल गांधी क्यों पहुंचे थे लखनऊ कोर्ट?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 15 जुलाई को लखनऊ कोर्ट में भारतीय सेना और सैनिकों के बारे में उनकी कथित टिप्पणियों से संबंधित एक मानहानि के मामले में पेश हुए थे. उनके वकील प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि यह मामला 2022 में उनकी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान भारतीय सैनिकों के खिलाफ की गई कथित टिप्पणियों से जुड़ा है. मानहानि की शिकायत उदय शंकर श्रीवास्तव ने दर्ज कराई थी. ये सीमा सड़क संगठन (सेना में कर्नल के समकक्ष) के एक सेवानिवृत्त निदेशक हैं. शिकायत में कहा गया है कि 16 दिसंबर, 2022 को राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान मीडियाकर्मियों और जनता को संबोधित करते हुए अरुणाचल प्रदेश सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच 9 दिसंबर (2022) को हुई झड़प का जिक्र किया था. राहुल गांधी ने कथित तौर पर कहा था कि 'लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सब कुछ पूछेंगे, लेकिन चीनी सैनिकों द्वारा हमारे सैनिकों की पिटाई के बारे में एक बार भी नहीं पूछेंगे.'